शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के बीच एक महिला की शिकायत को लेकर मंगलवार को ट्विटर पर जंग छिड़ गई. उत्तराखंड की एक महिला ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा यौन उत्पीड़न का एक मामला निपटाने के लिए उस पर दबाव बनाया जा रहा है. इस विवाद की जड़ में राजनीतिक विवाद है, जो कि कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की मुंबई पुलिस को लेकर की गई निगेटिव टिप्पणी से शुरू हुआ और शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के तीखे बयानों से इसे हवा मिली.
विवाद उस समय शुरू हुआ जब प्रियंका चतुर्वेदी ने उत्तराखंड की महिला की शिकायत का स्क्रीनशॉट लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा को टैग किया. चतुर्वेदी ने कहा, "मैं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा जी से आग्रह करती हूं कि यौन उत्पीड़न मामले में हस्तक्षेप करें और स्वत: संज्ञान लें ताकि दोषी पाए जाने पर वह सजा से बच नहीं सके."
The FIR is been done in this case unlike many cases in Maharashtra where victims are struggling to get an FIR done. Requesting @priyankac19 as Rajya Sabha Member pl help them to get FIR done and let police initiate an inquiry like they are doing in Uttrakhand. https://t.co/73aJIamQQP
— Rekha Sharma (@sharmarekha) September 7, 2020
महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है "वैसे मुंबई में कई मामले हैं जिनमें पीड़िता एफआईआर लिखाने के लिए संघर्ष कर रही हैं."
यह कंगना रनौत मामले की ओर संकेत देता है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कथित तौर पर एक धड़े द्वारा ड्रग्स का उपयोग करने को लेकर उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया. प्रियंका चतुर्वेदी ने रेखा शर्मा के ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी.
As RS member it is my duty to make you aware&expect you to adhere to your responsibility to the chair¬ be driven by setting agenda.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) September 7, 2020
The lady is being pressurised to ‘settle the matter' despite an FIR,how does it not come under ur purview to ensure that. Stop this whataboutery https://t.co/XOYJnCyNsf
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, एक राज्यसभा सदस्य के तौर पर मेरा यह कर्तव्य है कि मैं आपको अवगत कराऊं और आपसे उम्मीद करूं कि आप अपने पद की जिम्मेदारी का निर्वहन करें, न कि एजेंडा सेटिंग की ओर बढ़ना चाहिए. एफआईआर के बावजूद महिला पर "मामले को निपटाने" का दवाब बनाया जा रहा है.
Is suo moto action arbitrary depending on which side of the political bias?Response still awaited to a letter written to you by Yuvati Sena regarding a case of an elderly woman being harassed by BJYM leader in Chennai.BTW hope you took down the fake screenshot of ANI you tweeted? https://t.co/89SGBLe3Go
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) September 7, 2020
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा- चेन्नई में भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता द्वारा एक बुजुर्ग महिला को परेशान करने के संबंध में युवती सेना द्वारा लिखे पत्र का जवाब अब तक नहीं मिला है. खैर उम्मीद करती हूं कि आप एएनआई के स्क्रीनशॉट को हटा देंगी, जो आपने ट्वीट किया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं