राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को जनता से बेहतर संवाद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि मोदी जनता से कुछ वैसा ही संवाद करते हैं जैसे जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी करते थे. वह अपनी बात बेहतरीन ढंग से कहने में दक्ष लोगों में शामिल हैं तथा उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है. राजग सरकार के तीन साल पूरा होने पर एक पुस्तक लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने विभिन्न नई पहल की हैं तथा उनके कुछ निर्णय युग प्रवर्तक हैं.
मुखर्जी ने कहा, ''निस्संदेह समसामयिक काल में प्रधानमंत्री अपनी बात बेहतरीन ढंग से कहने वालों में से एक हैं तथा संभवतया उनकी तुलना उल्लेखनीय प्रधानमंत्रियों जैसे पंडित जवाहरलाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी से की जा सकती है जो सरकार के संसदीय स्वरूप तथा विशेषतौर पर पंथनिरपेक्ष संवाद को स्वीकार करते हुए अपने सिद्धांतों एवं अपने विचारों को बेहतरीन ढंग से रख पाते थे.'' उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से संवाद करने की क्षमता के बिना किसी व्यक्ति से लाखों लोगों का नेतृत्व करने की उम्मीद नहीं की जा सकती.
सरकार के बारे में चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न दिशाओं में कई प्रमुख विकास पहलें की गई हैं. मुखर्जी ने कहा, ''भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है. प्रधानमंत्री ने निस्संदेह एक नई दिशा दी है. उन्होंने जो विभिन्न पहल की है उससे भारत के आगे की ओर बढ़ने का निश्चित संकेत मिला है.'' उन्होंने कहा कि मोदी के कुछ निर्णय निस्संदेह युगप्रवर्तक हैं.
इससे पहले मुखर्जी को दो पुस्तकों ''मन की बात :ए सोशल रिवोल्यूशन आन रेडियो'' और ''मार्चिग विद ए बिलियन- एनालाजिंग नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट एट मिडटर्म'' की पहली प्रति भेंट की गई. राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इन पुस्तकों का विमोचन करने के बाद इनकी पहली प्रति राष्ट्रपति को सौंपी.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे. राजेश जैन द्वारा लिखित पुस्तक ''मन की बात : ए सोशल रिवोल्यूशन आन रेडियो'' प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रत्येक महीने रेडियो के माध्यम से देश को संबोधित करने वाले कार्यक्रम मन की बात के सभी संस्करणों का संग्रह है. इस पुस्तक में मन की बात कार्यक्रम में उठाए गए विभिन्न मुद्दों, विषय और उनकी मुख्य विशेषताओं का व्यापक, गुणात्मक और शैक्षिक विश्लेषण है. यह बताता है कि किस तरह मन की बात कार्यक्रम न्यू इंडिया खासतौर से युवाओं के साथ बेहद करीबी तरीके से जुड़ गया है.
पत्रकार उदय माहुरकर द्वारा लिखित ''मार्चिग विद ए बिलियन- एनालाइज़िंग नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट एट मिडटर्म'' नामक पुस्तक प्रधानमंत्री के रूप में मोदी द्वारा विभिन्न मोर्चों पर लाए गए व्यापक परिवर्तनों का विश्लेषण प्रस्तुत करती है.
(एजेंसी भाषा से भी इनपुट)
मुखर्जी ने कहा, ''निस्संदेह समसामयिक काल में प्रधानमंत्री अपनी बात बेहतरीन ढंग से कहने वालों में से एक हैं तथा संभवतया उनकी तुलना उल्लेखनीय प्रधानमंत्रियों जैसे पंडित जवाहरलाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी से की जा सकती है जो सरकार के संसदीय स्वरूप तथा विशेषतौर पर पंथनिरपेक्ष संवाद को स्वीकार करते हुए अपने सिद्धांतों एवं अपने विचारों को बेहतरीन ढंग से रख पाते थे.'' उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से संवाद करने की क्षमता के बिना किसी व्यक्ति से लाखों लोगों का नेतृत्व करने की उम्मीद नहीं की जा सकती.
सरकार के बारे में चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न दिशाओं में कई प्रमुख विकास पहलें की गई हैं. मुखर्जी ने कहा, ''भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है. प्रधानमंत्री ने निस्संदेह एक नई दिशा दी है. उन्होंने जो विभिन्न पहल की है उससे भारत के आगे की ओर बढ़ने का निश्चित संकेत मिला है.'' उन्होंने कहा कि मोदी के कुछ निर्णय निस्संदेह युगप्रवर्तक हैं.
इससे पहले मुखर्जी को दो पुस्तकों ''मन की बात :ए सोशल रिवोल्यूशन आन रेडियो'' और ''मार्चिग विद ए बिलियन- एनालाजिंग नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट एट मिडटर्म'' की पहली प्रति भेंट की गई. राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इन पुस्तकों का विमोचन करने के बाद इनकी पहली प्रति राष्ट्रपति को सौंपी.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे. राजेश जैन द्वारा लिखित पुस्तक ''मन की बात : ए सोशल रिवोल्यूशन आन रेडियो'' प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रत्येक महीने रेडियो के माध्यम से देश को संबोधित करने वाले कार्यक्रम मन की बात के सभी संस्करणों का संग्रह है. इस पुस्तक में मन की बात कार्यक्रम में उठाए गए विभिन्न मुद्दों, विषय और उनकी मुख्य विशेषताओं का व्यापक, गुणात्मक और शैक्षिक विश्लेषण है. यह बताता है कि किस तरह मन की बात कार्यक्रम न्यू इंडिया खासतौर से युवाओं के साथ बेहद करीबी तरीके से जुड़ गया है.
पत्रकार उदय माहुरकर द्वारा लिखित ''मार्चिग विद ए बिलियन- एनालाइज़िंग नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट एट मिडटर्म'' नामक पुस्तक प्रधानमंत्री के रूप में मोदी द्वारा विभिन्न मोर्चों पर लाए गए व्यापक परिवर्तनों का विश्लेषण प्रस्तुत करती है.
(एजेंसी भाषा से भी इनपुट)
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