अनुराग कश्यप बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने के खिलाफ हैं
मुंबई:
फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए अपने ट्वीट का बचाव किया है. इस बार उन्होंने अपने विचार फेसबुक पर शेयर किए हैं.
मंगलवार के फेसबुक पोस्ट में कश्यप ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री "अगर कुछ करती है जो उसे कोसा जाता है और अगर कुछ नहीं करती तो भी उसे कोसा जाता है." बांबे वेलवेट और देव-डी जैसी फिल्में बना चुके 44 वर्षीय फिल्मकार ने कहा कि यदि बॉलीवुड, राजनीतिक मुद्दों पर राय नहीं रखता तो उस पर रीढ़विहीन होने का आरोप लगाया जाता है लेकिन जब हम ऐसे मुद्दों में खुद को शामिल करते हैं तो बलि का बकरा बन जाते हैं.
रविवार के अपने ट्वीट ने अनुराग कश्यप ने फिल्मकार करण जौहर के पक्ष में एकजुटता दिखाई थी. करण की नई फिल्म 'ए दिल है मुश्किल' चार राज्यों में छोटे थिएटर मालिकों द्वारा इसलिए रिलीज नहीं की जा रही क्योंकि इसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान हैं. कश्यप ने ट्वीट किया, 'हम अपनी तमाम समस्याएं फिल्मों पर मढ़कर और उन पर प्रतिबंध लगाकर हल कर लेते हैं.' इस ट्वीट के बाद कुछ आक्रामक ट्रोल टेंड करने लगे थे.
कश्यप ने कहा था कि करण जौहर अपनी फिल्म की शूटिंग उसी समय कर रहे थे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मिलने इस्लामाबाद का दौरा किया था. उन्होंने कहा था कि किसी को भी भविष्य की घटना या मूड का पता नहीं था, लेकिन केवल एक को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है.
अनुराग कश्यप बॉलीवुड के उस वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं जो पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रस्तावित प्रतिबंध के खिलाफ हैं. कुछ सियासी पार्टियां और प्रोड्यूसर्स की एक एसोसिएशन का मानना है कि ऐसे समय जब भारत वैश्विक स्तर पर आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए काम कर रहा है, इस मुल्क के साथ सांस्कृतिक और अभिनय से जुड़ी साझेदारी खत्म कर लेनी चाहिए.
अनुराग कश्यप ने कहा, हालांकि सरकार ने इस प्रतिबंध का आह्वान नहीं किया है, उन्होंने (कश्यप ने) अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री को इसलिए संबोधित किया, क्योंकि जब सरकार के रूप में काम रह रही पार्टी के नामित सदस्य संकट के इन क्षणों में जवाब नहीं देते क्योंकि वे प्रधानमंत्री के मूड का अनुमान लगा रहे हैं. ऐसी स्थिति में मैंने सीधे प्रधानमंत्री से बात करने को प्राथमिकता दी. राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने 28 अक्टूबर से रिलीज होने जा रही करण जौहर की इस फिल्म का प्रदर्शन रोकने का ऐलान किया है. फिल्म के प्रदर्शन के दौरान थिएटरों में गुंडागर्दी की आशंका के चलते मुंबई पुलिस ने मंगलवार को फिल्म के निर्माताओं को आश्वस्त किया कि जरूरत पड़ने पर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
मंगलवार के फेसबुक पोस्ट में कश्यप ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री "अगर कुछ करती है जो उसे कोसा जाता है और अगर कुछ नहीं करती तो भी उसे कोसा जाता है." बांबे वेलवेट और देव-डी जैसी फिल्में बना चुके 44 वर्षीय फिल्मकार ने कहा कि यदि बॉलीवुड, राजनीतिक मुद्दों पर राय नहीं रखता तो उस पर रीढ़विहीन होने का आरोप लगाया जाता है लेकिन जब हम ऐसे मुद्दों में खुद को शामिल करते हैं तो बलि का बकरा बन जाते हैं.
रविवार के अपने ट्वीट ने अनुराग कश्यप ने फिल्मकार करण जौहर के पक्ष में एकजुटता दिखाई थी. करण की नई फिल्म 'ए दिल है मुश्किल' चार राज्यों में छोटे थिएटर मालिकों द्वारा इसलिए रिलीज नहीं की जा रही क्योंकि इसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान हैं. कश्यप ने ट्वीट किया, 'हम अपनी तमाम समस्याएं फिल्मों पर मढ़कर और उन पर प्रतिबंध लगाकर हल कर लेते हैं.' इस ट्वीट के बाद कुछ आक्रामक ट्रोल टेंड करने लगे थे.
कश्यप ने कहा था कि करण जौहर अपनी फिल्म की शूटिंग उसी समय कर रहे थे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मिलने इस्लामाबाद का दौरा किया था. उन्होंने कहा था कि किसी को भी भविष्य की घटना या मूड का पता नहीं था, लेकिन केवल एक को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है.
अनुराग कश्यप बॉलीवुड के उस वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं जो पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रस्तावित प्रतिबंध के खिलाफ हैं. कुछ सियासी पार्टियां और प्रोड्यूसर्स की एक एसोसिएशन का मानना है कि ऐसे समय जब भारत वैश्विक स्तर पर आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए काम कर रहा है, इस मुल्क के साथ सांस्कृतिक और अभिनय से जुड़ी साझेदारी खत्म कर लेनी चाहिए.
अनुराग कश्यप ने कहा, हालांकि सरकार ने इस प्रतिबंध का आह्वान नहीं किया है, उन्होंने (कश्यप ने) अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री को इसलिए संबोधित किया, क्योंकि जब सरकार के रूप में काम रह रही पार्टी के नामित सदस्य संकट के इन क्षणों में जवाब नहीं देते क्योंकि वे प्रधानमंत्री के मूड का अनुमान लगा रहे हैं. ऐसी स्थिति में मैंने सीधे प्रधानमंत्री से बात करने को प्राथमिकता दी. राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने 28 अक्टूबर से रिलीज होने जा रही करण जौहर की इस फिल्म का प्रदर्शन रोकने का ऐलान किया है. फिल्म के प्रदर्शन के दौरान थिएटरों में गुंडागर्दी की आशंका के चलते मुंबई पुलिस ने मंगलवार को फिल्म के निर्माताओं को आश्वस्त किया कि जरूरत पड़ने पर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
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