
भारत की गोपनीय जानकारियों को पाकिस्तान इंटेलीजेंस ऑपरेटिव (PIO) को सौंपने के आरोपी रवि वर्मा की पुलिस हिरासत बढ़ा दी गई है. ठाणे सत्र न्यायालय ने रवि वर्मा को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. आरोपी रवि वर्मा को आज आतंकवाद निरोधक दस्ते ने ठाणे सत्र न्यायालय में पेश किया गया था, जहां से उसे अदालत ने 5 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. रवि वर्मा की पुलिस हिरासत आज ही खत्म हुई थी. ठाणे सत्र न्यायालय में रवि वर्मा ने कहा कि मुझे पुलिस से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन थोड़ा डरा हुआ हूं.
ठाणे की अदालत में सरकारी वकील ने अपनी दलीलों में कहा कि आरोपी रवि वर्मा के पास कई मोबाइल सिम कार्ड मिले हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी वॉयस मैसेज का खुलासा अभी नहीं हुआ है. वर्मा जिस सर नामक व्यक्ति के संपर्क में था, उसका नाम सामने आया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि आरोपी वर्मा कई जानकारियां जुटा रहा था.
कोई देश विरोधी गतिविधि नहीं की: आरोपी की वकील
हालांकि इस मामले में आरोपी रवि वर्मा की वकील रूपाली शिंदे ने कहा कि रवि वर्मा के पास से एक नीली डायरी मिली है. इसमें कल के काम के बारे में लिखा बताया गया है और इसमें अन्य देश विरोधी गतिविधियों की कोई बात नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने अदालत में कहा कि पुलिस को आरोपी के पास कोई सिम कार्ड नहीं मिला है. मुझे नहीं पता कि किसी और के पास कुछ मिला है या नहीं. साथ ही उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिस से डरा हुआ है. उसने कोई देश विरोधी गतिविधि नहीं की है.
प्रीति नाम की लड़की ने जानकारी मांगी थी: आरोपी की वकील
वहीं वर्मा की वकील ने कहा कि सर नाम के व्यक्ति के बारे में हमें कुछ नहीं पता है. हालांकि अदालत में कहा कि रवि वर्मा को हनीट्रैप में फंसाया गया. उन्होंने कहा कि प्रीति नाम की उस लड़की ने कॉलेज प्रोजेक्ट के नाम पर जानकारी मांगी थी, लेकिन उसमें कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं है. यह सब युद्धपोतों के बारे में नेट पर लिखा हुआ है.
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