ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर गोलियां बरसाने वाले आरोपी ने पुलिस को इकबालिया बयान में कई खुलासे किए हैं. शूटर सचिन शर्मा ने अपने इकबालिया बयान में कहा है कि उसने निशाना साधकर गोलियां कार की निचली तरफ से चलाई थी लेकिन ओवैसी ने गोली चलाते हुए देख लिया था और खुद को छिपाने की कोशिश की. सचिन ने कहा, "अगर ओवैसी ने नहीं देखा होता तो, तो मैं उसे मार डालता."
सचिन ने कबूल किया है वह ओवैसी को मारकर एक बड़ा नेता बनना चाहता था. उसने इकबालिया बयान दिया है, "सोशल मीडिया पर ओवैसी के बयान को अक्सर देखता और सुनता था. उसका बयान धर्म की राजनीति को दर्शाता है. मैं खुद को एक देशभक्त और देशभक्त हिंदू मानता हूं, इसलिए मैंने उनसे और उनकी पार्टी के खिलाफ दुश्मनी पैदा की. इसके लिए मैं डासना से उनकी पार्टी के सदस्य आरिफ के काफी करीब आया, जो ढोलना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं."
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सचिन शर्मा ने बताया कि 29 तारीख को वह शुभम से वेब सिटी गाजियाबाद में मिला था, जहां शुभम अपने दोस्त निशांत के घर ठहरा हुआ था. सचिन ने इकबालिया बयान में यह भी बताया है कि उसने आलम नाम के शख्स से पिस्टल ली थी.
बता दें कि गुरूवार को हापुड़ के छिजारसी टोल पर ओवैसी की लैंड रोवर कार पर दो हथियारों से फायरिंग की गई थी. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मामले का आरोपी सचिन नोएडा के बादलपुर का रहने वाला है. सचिन के पास से 9 एमएम की पिस्टल और तीन खोखा बरामद हुए हैं.
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि सचिन ही इस हमले का मास्टमाइंड था. उसका कहना है उसने एलएलएम किया हुआ है. अब तक की जांच में पता लगा है कि इस पर पहले भी एक 307 का मुकदमा है. दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का रहने वाला है और दसवीं पास है. शुभम खेती करता है और उसका अब तक कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं निकला है. सहारनपुर पुलिस से क्रॉस चैक किया गया है. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि ये ओवैसी और उनके छोटे भाई के बयानों से बेहद नाराज थे. फेसबुक, ट्विटर, सोशल मीडिया पर ये ओवैसी के भाषण सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे.
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