प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के टॉप मिलिट्री कमांडरों के साथ बैठक की। बैठक में प्रधानमंत्री ने सीमा सुरक्षा बल के आधुनिकीकरण के बारे में चर्चा की।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने जम्मू−कश्मीर में आई बाढ़ और आंध्र में आए हुदहुद तूफ़ान के दौरान सेना के राहत और बचाव कार्यों की सराहना की। देश की सीमाओं पर एक चरफ चीन के आक्रामक तेवर और दूसरी तरफ पाकिस्तान की तरफ से आए दिन तोड़ा जा रहे सीज़फायर के बीच आज ये बैठक हुई।
मिलिट्री कमांडर्स के साथ ये कॉन्फ्रेंस तीन दिन तक चलेगी और प्रधानमंत्री के अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षामंत्री अरुण जेटली और गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी इसे संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर और नियंत्रण रेखा पर करीब दो हफ्तों से संघर्षविराम का लगातार उल्लंघन कर रहा है तथा भारत करारा जवाब दे रहा है। चीनी सैनिक लद्दाख के विभिन्न स्थानों में घुसपैठ करने में भी शामिल रहे हैं। पिछले महीने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की यात्रा के दौरान भी ऐसा हुआ था।
चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते वायुसेना प्रमुख अरुप राहा ने तीनों बलों से जुड़े मुद्दों के बारे में प्रधानमंत्री को सबसे पहले जानकारी दी। नौसेना प्रमुख आरके धोवन और थल सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग भी अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय परिदृश्य से संबद्ध चुनौतियों की रूपरेखा पेश करेंगे।
(इनपुट भाषा से भी)
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