प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हिमाचल प्रदेश में हैं. हिमाचल में चुनाव प्रचार अंतिम दौर में है और इसी बीच प्रधानमंत्री भी रैली के लिए प्रदेश में पहुंचे हुए हैं. हालांकि, इस दौरान प्रधानमंत्री की सज्जनता की चर्चा खूब हो रही है. दरअसल, हिमाचल प्रदेश के चंबी में अचानक एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए प्रधानमंत्री ने अपना काफिला रोक दिया और एंबुलेंस को आगे जाने दिया.
इससे पहले भी 30 सितंबर 2022 को गुजरात में PM नरेंद्र मोदी ने एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रोक दिया था, जिसका वीडियो खूब वायरल हुआ था. अहमदाबाद से गांधीनगर के रास्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गाड़ियों का अपना काफिला एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रुकवा दिया और एंबुलेंस के गुजर जाने के बाद ही PM का काफिला वहां से आगे बढ़ा.
#VIDEO : जब एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए PM नरेंद्र मोदी ने रुकवा दिया अपना काफिला pic.twitter.com/60uuFjaZjw
— NDTV India (@ndtvindia) November 9, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम लोगों से भी अपने भाषणों में एंबुलेंस के रास्ता देने के लिए कई बार आग्रह कर चुके हैं. प्रधानमंत्री ने खुद अपनी गाड़ियों का काफिला रोककर आम लोगों सहित उन खास लोगों को संदेश दिया है, जो अपने अहंकार या जल्दबाजी के कारण एंबुलेंस के लिए रास्ता नहीं देते. अब प्रधानमंत्री के इस संदेश के आम और खास लोग कितना समझ पा रहे हैं, यह तो सड़क पर ही पता चल पाएगा.
देश में अब तक कई ऐसे मामले आ चुके हैं, जब किसी खास व्यक्ति के काफिले या धरना-प्रदर्शन या बंद के कारण एंबुलेंस रास्ते में फंस गई और उसमें जा रहे मरीज की मौत हो गई. जाम और आम लोगों के कारण पहुंचने में देरी के कारण तो मरीजों की मौत होना आम है.
यह भी पढ़ें-
नोएडा में हैवानियत : प्यार का प्रस्ताव ठुकराने पर लड़की को चौथी मंजिल से नीचे फेंका, फिर शव लेकर भाग गया
''शब्दों से नहीं, काम करके दिखाएंगे'' : शपथ के बाद बोले प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़, जानें सीजेआई के बारे में
सुप्रीम कोर्ट ने छावला केस के आरोपियों को रिहा किया तो पीड़ित परिवार ने दिल्ली पुलिस से मांगी सुरक्षा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं