2024 में मिशन 400 को पाने के लिए भाजपा हर मोर्चे पर विजय पताका फहराने में जुटी हुई है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उम्मीदवारों के चयन को लेकर बीजेपी हेडक्वॉर्टर में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) समेत शीर्ष नेता मौजूद रहे. सूत्रों के अनुसार, इसमें तय किया गया कि PM मोदी फिर एक बार वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे. उत्तर प्रदेश में 74 सीटों पर BJP लड़ेगी. सहयोगी दलों को 6 सीटें मिलेंगी. आरएलडी के लिए 2 लोकसभा सीटें, अपना दल के लिए 2 लोकसभा सीटें, सुभासपा और निषाद पार्टी के लिए 1-1 लोकसभा सीटें बीजेपी छोड़ेगी, बृहस्पतिवार रात वाराणसी सहित क़रीब 50 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवार तय कर दिए.
पंजाब, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में उम्मीदवारों का फैसला होल्ड पर
सूत्रों का कहना है कि पंजाब, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु राज्यों में उम्मीदवारों का फैसला होल्ड कर दिया गया है. इन तीनों राज्यों में बीजेपी की क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन की बातचीत चल रही है. पंजाब में BJP अकाली दल, आंध्र प्रदेश में TDP और जन सेना के साथ बात कर रही है. जबकि तमिलनाडु में AIADMK के साथ बातचीत जारी है.
10 मार्च से पहले 300 सीटों के उम्मीदवारों का हो सकता है ऐलान
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी 10 मार्च से पहले 300 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है. बीजेपी 1 या 2 मार्च को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है. पिछले आम चुनाव 2019 के दौरान भी यही गेम प्लान था. बीजेपी ने चुनाव की घोषणा से कुछ हफ्ते पहले ही 21 मार्च को 164 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी.
पीएम मोदी ने 400 पार सीटों का रखा टारगेट
पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए बीजेपी और एनडीए के लिए टारगेट सेट कर दिया था. पीएम मोदी ने कहा था, "देश का माहौल बता रहा है कि अबकी बार 400 पार. अकेले बीजेपी 370 सीटें जीतेगी. एनडीए को मिलाकर आंकड़ा 400 पार हो जाएगा."
ये आंकड़ा छूना आखिर कितना आसान?
बीजेपी को इतनी बड़ी जीत हासिल करने के लिए इस बार उन राज्यों पर ज्यादा जोर लगाना पड़ेगा, जहां से पिछली बार पार्टी को बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई थी. यही वजह है कि बीजेपी को इस बार सबसे ज्यादा उम्मीद दक्षिण भारत के उन राज्यों से है, जहां पार्टी अब तक बहुत कमजोर मानी जाती रही है.
दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी का प्रदर्शन
दक्षिण भारत के राज्यों में पिछले चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन की बात करें, तो पार्टी को कर्नाटक में 28 में से 25 और तेलंगाना में 17 में से 4 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. लेकिन आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में बीजेपी का खाता तक नहीं खुला था. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल में कुल मिलाकर लोकसभा की 101 सीटें आती हैं. इनमें से बीजेपी के पास फिलहाल सिर्फ 4 सीटें ही हैं. पार्टी इन चारों राज्यों में लगातार जमकर मेहनत कर रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं