प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश में तीन अक्टूबर को सामरिक रूप से महत्वपूर्ण अटल सुरंग रोहतांग का उद्घाटन करने के बाद राज्य में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सोमवार को इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि समारोह में कोविड-19 से जुड़े सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी सुरंग का उद्घाटन करेंगे. यह समुद्र तल से 10,000 फुट की ऊंचाई पर बनी दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है.
उन्होंने बताया कि चीन-भारत सीमा पर लद्दाख में जारी गतिरोध के मद्देनजर अटल सुरंग का उद्घाटन सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है. सुरंग के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी तीन अक्टूबर को कुल्लू जिले के मनाली स्थित सेंटरफॉर स्नो एंड एवलांच स्टडी इस्टैबलिशमेंट (एसएएसई) के हेलीपैड पर सुबह सवा नौ बजे उतरेंगे. वह 10 मिनट के लिए सीमा सड़क संगठन के अतिथि गृह में रूकेंगे और वहां संगठन के अधिकारियों से बातचीत करेंगे.
ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री 9.2 किलोमीटर लंबी इस सुरंग का उद्घाटन सुबह 10 बजे से 11:45 के बीच, मनाली में उसके दक्षिणी सिरे से करेंगे. यहां से वह लाहौल-स्पीति की लाहौल घाटी में स्थित सुरंग के उत्तरी छोर तक यात्रा करेंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि लाहौल घाटी में प्रधानमंत्री हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बसों को हरी झंडी दिखाकर उन्हें सुरंग के मनाली स्थित उत्तरी छोर के लिए रवाना करेंगे.
यह भी पढ़ें- देश के बाकी हिस्सों से हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति को जोड़ने वाली सड़क को BRO ने खोला
उन्होंने बताया कि फिर प्रधानमंत्री लाहौल के सिसु में करीब 200 लोगों की एक सभा को संबोधित करेंगे. ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री दक्षिणी छोर पर लौट कर मनाली के सोलांग नाला के पास 200 लोगों की एक और सभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री एसएएसई के हेलीपैड से करीब 2:20 अपराह्न पर लौट जाएंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि सुरंग के निर्माण में करीब 3,300 करोड़ रुपये का खर्च आया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं