नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कुछ अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोकसभा की कार्यवाही के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद बृहस्पतिवार को एक रस्मी बैठक में अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी ने सभी को धन्यवाद दिया.
प्रधानमंत्री और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता आम तौर पर प्रत्येक सत्र की समाप्ति के बाद अध्यक्ष से मिलने जाते हैं. संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर हंगामा करने के कारण निलंबित विपक्षी सदस्य बैठक से दूर रहे. बैठक में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और प्रह्लाद जोशी के अलावा बीजू जनता दल (बीजद) के भर्तृहरि महताब और शिवसेना के राहुल शेवाले समेत अन्य नेता मौजूद थे. शिवसेना सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी है, बीजू जनता दल तटस्थ रुख रखता है और प्रमुख निर्णयों में सरकार का समर्थन करता रहा है.
लोकसभा की कार्यवाही निर्धारित अवधि से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी. इस सत्र में लोकसभा ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) विधेयक, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) विधेयक, 2023 और भारतीय साक्ष्य (बीएस) विधेयक, 2023 को भी मंजूरी दी. ये तीनों विधेयक भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), 1860, दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी),1898 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 के स्थान पर लाये गए हैं. लोकसभा ने 12 दिसंबर को चालू वित्त वर्ष में 58,378 करोड़ रुपये के शुद्ध अतिरिक्त व्यय को मंजूरी प्रदान कर दी, जिसमें एक बड़ा हिस्सा मनरेगा योजना और उर्वरकों के लिए सब्सिडी पर दिया जाएगा.
सदन ने केंद्रीय माल और सेवा कर (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2023; दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र विधि (विशेष उपबंध) दूसरा (संशोधन) विधेयक, 2023; दूरसंचार विधेयक, 2023 समेत कुछ अन्य विधेयकों को मंजूरी प्रदान की.
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