
- PM ने त्योहारी सीजन के दौरान जीएसटी बचत उत्सव को लेकर नागरिकों को पत्र लिखकर नई जीएसटी दरों की जानकारी दी है
- नई GST रिफॉर्म्स के तहत मुख्यतः दो स्लैब रहेंगे, जिसमें जरूरी वस्तुएं टैक्स फ्री या न्यूनतम 5% टैक्स में होंगी
- सीमेंट और छोटी कारों पर जीएसटी दर घटाकर 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत कर दी गई है, जिससे लागत कम होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार से शुरू हुए त्यौहारी सीजन के दौरान 'जीएसटी बचत उत्सव' मनाने के लिए सभी नागरिकों को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में मोदी ने कहा कि जीएसटी की निम्न दरें प्रत्येक परिवार के लिए अधिक बचत और व्यवसायों के लिए अधिक सुगमता का प्रतीक हैं.
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर अपने पोस्ट में कहा, "आइए, ‘GST बचत उत्सव' के साथ त्योहारों के इस मौसम को नई उमंग और नए जोश से भर दें! GST की नई दरों का मतलब है- हर घर के लिए अधिक से अधिक बचत, साथ ही व्यापार और कारोबार के लिए बड़ी राहत."
अपनी चिट्ठी में प्रधानमंत्री ने नागरिकों से कहा कि GST 2.0 रिफॉर्म्स से देश के हर वर्ग को फायदा मिलेगा. प्रधानमंत्री ने चिट्ठी में लिखा, "इन रिफॉर्म्स से किसान, महिला, युवा, गरीब, मध्यम वर्ग, व्यापारी, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, सभी को फायदा होगा. नए GST रिफॉर्म्स की विशेषता है कि अब मुख्य रूप से सिर्फ दो ही स्लैब रहेंगे. रोजमर्रा की जरूरी चीजें जैसे खाना, दवाइया, साबुन, टूथपेस्ट और कई अन्य सामान अब या तो टैक्स फ्री होंगे या 5% की सबसे कम स्लैब में आएंगे".
GST कॉउंसिल ने सीमेंट जैसे अहम सामान पर GST रेट 28% से घटाकर 18% करने का फैसला किया है जिससे आवास और बुनियादी ढांचे की लागत कम हो गई. साथ ही, छोटी कारों पर भी GST 28% से घटाकर 18% किया गया है जिससे उनकी कीमतें घट गयी हैं.
सरकार का आंकलन है कि इन सुधारों से युवाओं और परिवारों के लिए सामर्थ्य, स्वस्थ जीवनशैली और जीवन की सुगमता को बढ़ावा मिलेगा. प्रधानमंत्री ने इसका जिक्र करते हुए नागरिकों को लिखी अपनी चिठ्ठी में लिखा, "घर बनाने, गाड़ी खरीदने, बाहर खाने या परिवार के साथ छुट्टियां मनाने जैसे सपनों को पूरा करना अब आसान होगा. हेल्थ इंश्योरेंस पर भी अब GST को शून्य कर दिया गया है. मुझे ये देखकर अच्छा लगा कि कई दुकानदार और व्यापारी 'पहले और अब' के बोर्ड लगाकर, लोगों को बता रहे है कि कोई सामान कितना सस्ता हो गया है".
देश में नियो मिडिल क्लास (Neo Middle Class) का उदय!
GST व्यवस्था 2017 में शुरू की गयी थी. इससे अनेक तरह के टैक्स और टोल के जंजाल से उद्योग जगत को मुक्ति मिली थी. इससे ग्राहकों और व्यापारियों, कारोबारियों को बहुत राहत मिली थी. प्रधानमंत्री मानते हैं कि, "अब ये नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म हमें और आगे ले जा रहे है. इसमें सिस्टम को और सरल बनाया गया है. इससे हमारे दुकानदार साथियों, लघु उद्योगों की सहूलियत और बढ़ेगी. नागरिक देवो भव हमारा मंत्र है. पिछले 11 वर्षों में हमारे प्रयासों से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं. देश में एक नियो मिडिल क्लास तैयार हुआ है. अब इसे और सशक्त बनाया जा रहा है. हमने मध्यम वर्ग को भी मजबूत किया है".
भारत सरकार का आंकलन है कि बजट में दी गयी 12 लाख रुपए तक की आय पर इनकम टैक्स में छूट और नए GST Reforms को जोड़कर देशवासियों के सालाना लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपए बचेंगे.
आइए गर्व से कहें, ये स्वदेशी है!
सरकार का आंकलन है कि नए GST रिफॉर्म्स से आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी तेज गति मिलेगी. प्रधानमंत्री ने अपनी चिठ्ठी में नागरिकों और व्यापारियों से आह्वान किया, "आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक है कि हम स्वदेशी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं. चाहे ब्रांड कोई भी हो, कपनी कोई भी हो, अगर उसमें भारतीय श्रमिक और कारीगर की मेहनत लगी है, तो वो स्वदेशी है. जब भी आप अपने देश के कारीगरों, श्रमिकों और इंडस्ट्री के बनाए सामान को खरीदते हैं, तो आप कई परिवारों की रोजी-रोटी में मदद करते हैं और देश के युवाओं के लिए रोजगार पैदा करते हैं. मैं अपने दुकानदारों और व्यापारियों से भी अपील करता हूं कि वो स्वदेशी सामान ही बेचें. आइए गर्व से कहें, ये स्वदेशी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं