
तमिलनाडु के महाबलिपुरम में Defence Expo 2018 के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं महान चोलों के देश में यहां बहुत खुश हूं, जिन्होंने व्यापार और शिक्षा के माध्यम से भारत की ऐतिहासिक सभ्यता के संबंध स्थापित किए. पीएम मोदी ने कहा कि शांति को लेकर हमारी प्रतिबद्धता उतनी ही मजबूत है जितना की हमारी जनता और सीमा की सुरक्षा को लेकर हमारा निश्चय. उन्होंने कहा कि रणनीतिक रूप से स्वतंत्र रक्षा उद्योग परिसर की स्थापना करने सहित सशस्त्र सेनाओं को हथियारों से लैस करने के लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रक्षा खरीद प्रक्रिया में विभिन्न विशेष प्रावधानों को शामिल किया गया है .पीएम मोदी ने कंपनियों को स्वागत करते हुए कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि इस बार इस प्रदर्शनी में 500 से अधिक भारतीय कंपनियां भाग ले रहीं है जबकि ढेढ़ सौ से अधिक विदेशी कंपनियां हिस्सा ले रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं महान चोला साम्राज्य की भूमि में आकर बहुत खुश हूं. यही वह जगह है जहां से भारत ने पूर्व की ओर देखना शुरू किया. इतनी सारी कंपनियों को देख कर मुझे काफी हर्ष है. यह भारत की रक्षा क्षमताओं को दिखाने का मंच है. देश में निर्माण कर दूसरे देशों को बेचने की रक्षा रणनीति पहले किसी भी समय की तुलना में आज सबसे अधिक सुदृढ़ है.
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उन्होंने कहा कि भारत देशों को जीतने की बजाय, दिल जीतने में यक़ीन रखता है. यह वह भूमि है जहां से बुद्ध की रौशनी पूरे विश्व में फैली. यह वह देश है जिसके एक लाख तीस हज़ार भारतीय सैनिकों ने विश्व युद्ध में अपनी जान दी. भारतीय सैनिकों का संयुक्त राष्ट्र शान्ति सेना में भी महती योगदान है.
उन्होंने कहा कि शान्ति के प्रति हमारा समर्पण वैसा ही है जैसा अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने के प्रति है. रक्षा विनिर्माण का क्षेत्र में सरकार की भागीदारी के मामले में यह युग अनूठा है. सरकार इसके लिए लाइसेंस देती है, सुविधाएं देती है. रक्षा उत्पादन के मामले में हमारे नियमन, विधियों और प्रक्रियाओं को उद्योगों के लिये अधिक दोस्ताना बनाया गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि ऑफसेट गाइडलाइन्स को आसान बनाया गया है. अनेक प्रक्रियाओं को आसान और सरल बनाया गया है. रक्षा अधिग्रहण की प्रक्रिया का भी नवीनीकरण किया गया है । ताकि लघु और मझौले उपक्रम भी इस क्षेत्र में आ सकें. हम दो औद्योगिक रक्षा कॉरिडोर बनाने के प्रति समर्पित हैं. एक तमिलनाडु में और दूसरा उत्तर प्रदेश में. यह कॉरिडोर आर्थिक विकास का आधार बनेंगे. प्रधानमंत्री ने रक्षा निर्माण के क्षेत्र में पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए सपना देखने और उसको एक्शन में बदलने की बात कही.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट्स की खरीद और वायुसेना के लिए लड़ाकू विमान की खरीद में लेटलतीफ़ी के लिए इशारों ही इशारों में पिछली सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट्स की दरकार थी जो कई सालों से लंबित थी, हमने अब उसको अंजाम तक पहुंचा कर कामयाब बनाया है. आपने लड़ाकू जहाज़ों की खरीद की कोशिशें भी देखी होंगी, जो कभी अंजाम तक नहीं पहुँच पाई. हम इसको भी कामयाब अंजाम तक पहुंचा रहे हैं.
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