सोशल मीडिया पर पके हुए चावलों की बॉल बनाकर उछालते दिख रहे हैं लोग
हैदराबाद:
सोशल मीडिया पर कई वीडियो इन दिनों वायरल हो रहे हैं जिसमें बताया जा रहा है कि किस तरह लोग घर में पके चावलों की बॉल बनाकर खेल सकते हैं. सुनने और देखने में थोड़ा अजीब लगे, लेकिन यह दिखाया जा रहा है. पिछले सात दिनों में हैदराबाद के अलग-अलग इलाकों से 'प्लास्टिक के चावल' की शिकायतें आ रही हैं. जिनमें चार मीनार, यूसुफगुडा, सरूरनगर, मीरपेट के आउटलेट शामिल हैं.
इन शिकायतों के सामने आने के बाद तेलंगाना नागरिक आपूर्ति विभाग को ऐसे नमूनों को जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला भेजना पड़ा. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खबरें गलत हैं और वे ‘प्लास्टिक वाले चावल’ नहीं हैं, लेकिन उन्होंने विस्तृत जांच के लिए नमूनों को प्रयोगशाला भेजा है और जल्द इसकी रिपोर्ट आ जाएगी. शहर के विभिन्न इलाकों में स्थानीय लोगों और एक हॉस्टल में रहने वाले लोगों ने दावा किया था कि उन्होंने जो चावल खरीदे और खाए वे काफी चिपचिपे थे और सामान्य चावल से उनका स्वाद अलग था. उन्होंने आरोप लगाया कि ये ‘प्लास्टिक वाले चावल’ थे.
एक अधिकारी ने बताया कि बाद में राज्य के नागरिक आपूर्ति आयुक्त सी वी आनंद ने अधिकारियों को यौसुफ्गुदा, सरूरनगर, मीरपेट और अन्य स्थानों से चावल के नमूने एकत्रित करने के निर्देश दिए, जहां से शिकायतें मिल रही थीं. नमूनों को जांच के लिए राज्य की खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया.
उन्होंने कहा, ‘गुरुवार तक एक विस्तृत रिपोर्ट मिलने की संभावना है.’ शहर के नंदनवनम इलाके के निवासी अशोक ने मीरपेट पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उसने एक स्थानीय विक्रता से चावल खरीदे और जब उसने उन्हें पकाया तो वे ‘प्लास्टिक के चावल’ निकले. उसने कहा कि वह चिपचिपे हो गए थे और उसमें से अजीब गंध आ रही थी.
बहरहाल, पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर कहा कि शिकायतकर्ता ने जो नमूने दिए वे ‘प्लास्टिक वाले चावल’ नहीं थे. पुलिस ने कहा कि उसने इस मामले के बारे में नागरिक आपूर्ति विभाग को सूचना दी और उसे इसके नमूने भेज दिए. एक निजी हॉस्टल में रहने वाले लोगों ने भी ऐसा ही आरोप लगाया कि उन्हें ‘प्लास्टिक वाले चावल’ परोसे गए, जिसका स्वाद सामान्य चावल से अलग था. (इनपुट्स भाषा से)
इन शिकायतों के सामने आने के बाद तेलंगाना नागरिक आपूर्ति विभाग को ऐसे नमूनों को जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला भेजना पड़ा. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खबरें गलत हैं और वे ‘प्लास्टिक वाले चावल’ नहीं हैं, लेकिन उन्होंने विस्तृत जांच के लिए नमूनों को प्रयोगशाला भेजा है और जल्द इसकी रिपोर्ट आ जाएगी. शहर के विभिन्न इलाकों में स्थानीय लोगों और एक हॉस्टल में रहने वाले लोगों ने दावा किया था कि उन्होंने जो चावल खरीदे और खाए वे काफी चिपचिपे थे और सामान्य चावल से उनका स्वाद अलग था. उन्होंने आरोप लगाया कि ये ‘प्लास्टिक वाले चावल’ थे.
चावल के नमूनों को भेजा गया है
एक अधिकारी ने बताया कि बाद में राज्य के नागरिक आपूर्ति आयुक्त सी वी आनंद ने अधिकारियों को यौसुफ्गुदा, सरूरनगर, मीरपेट और अन्य स्थानों से चावल के नमूने एकत्रित करने के निर्देश दिए, जहां से शिकायतें मिल रही थीं. नमूनों को जांच के लिए राज्य की खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया.
उन्होंने कहा, ‘गुरुवार तक एक विस्तृत रिपोर्ट मिलने की संभावना है.’ शहर के नंदनवनम इलाके के निवासी अशोक ने मीरपेट पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उसने एक स्थानीय विक्रता से चावल खरीदे और जब उसने उन्हें पकाया तो वे ‘प्लास्टिक के चावल’ निकले. उसने कहा कि वह चिपचिपे हो गए थे और उसमें से अजीब गंध आ रही थी.
बहरहाल, पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर कहा कि शिकायतकर्ता ने जो नमूने दिए वे ‘प्लास्टिक वाले चावल’ नहीं थे. पुलिस ने कहा कि उसने इस मामले के बारे में नागरिक आपूर्ति विभाग को सूचना दी और उसे इसके नमूने भेज दिए. एक निजी हॉस्टल में रहने वाले लोगों ने भी ऐसा ही आरोप लगाया कि उन्हें ‘प्लास्टिक वाले चावल’ परोसे गए, जिसका स्वाद सामान्य चावल से अलग था. (इनपुट्स भाषा से)
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