पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) के विशेषज्ञों ने अब कीमोथेरेपी की आवश्यकता के बिना एक विशेष प्रकार के कैंसर का इलाज ढूंढ लिया है. यह उपलब्धि संस्थान में 15 वर्षों के शोध के बाद हासिल हुई है, जिसमें हेमेटोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने एक्यूट प्रोमाइलोसाइटिक ल्यूकेमिया (एपीएमएल) के मरीजों को बिना किसी कीमोथेरेपी दिए पूरी तरह से ठीक कर दिया. इस मुद्दे पर क्लिनिकल हेमेटोलॉजी के प्रोफेसर प्रभारी पंकज मल्होत्रा ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि ब्लड कैंसर कई प्रकार के होते हैं. जिस तरह के कैंसर के लिए हमने इसकी शुरुआत की है वो बेहद खतरनाक है. इसमें 2-3 हफ्ते में ही मरीजों की मौत हो जाती है. इस तरह के कैंसर के लिए इसकी शुरुआत हुई है.
उन्होंने कहा कि इसे लेकर हमारा डिपार्टमेंट 2004 से रिसर्च कर रहा था. इस तरह के हालात में मरीजों को कीमोथेरेपी नहीं दी जा सकती है. इसमें हमनें विटामिन A के एनालॉग और आर्सेनिक का यूज करते हैं. पिछले कुछ सालों में इसके रिजल्ट काफी अच्छे आए हैं. इसी चीज को हमलोगों ने रिसर्च में भी पब्लिश किया है.
पंकज मल्होत्रा ने कहा कि विटामिन A तो हम डोज के तौर पर मरीज को खाने के लिए देते हैं वहीं आर्सेनिक का जो भाग हमें देना होता है वो मरीज को इंजेक्ट किया जाता है. मरीज के वजन और अन्य हालात को देखकर इसे दिया जाता है. ऐसे मरीजों को हम अपने पास ही भर्ती रखते हैं. कीमोथेरेपी का असर जल्दी होता है उसकी तुलना में इस दवाई का असर थोड़ा सा अधिक समय लेता है.
ये भी पढ़ें-:
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं