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This Article is From Jan 09, 2020

101 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डोरस्वामी ने किया जेएनयू हिंसा और सीएए के खिलाफ अनशन, लोगों ने जमकर सराहा

डोरस्वामी बेंगलुरू (Bengaluru) में जेएनयू हिंसा (JNU Violence) और सीएए (CAA) के खिलाफ किए जा रहे सत्याग्रह-भूख हड़ताल में शामिल हुए.

101 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डोरस्वामी ने किया जेएनयू हिंसा और सीएए के खिलाफ अनशन, लोगों ने जमकर सराहा
स्वतंत्रता सेनानी हारोहल्ली श्रीनिवास्याह डोरस्वामी ने नारियल पानी पीकर अनशन तोड़ा.
बेंगलुरू:

101 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी हारोहल्ली श्रीनिवासैया डोरस्वामी (Harohalli Srinivasaiah Doreswamy) ने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ देखा है. उन्होंने अपनी आंखों के सामने देश को बदलते देखा है. अंग्रेजों की हुकूमत को भी देखा और कई सालों के संघर्षों के बाद देश को आजाद होते हुए भी. डोरस्वामी बेंगलुरू (Bengaluru) में जेएनयू हिंसा (JNU Violence) और सीएए (CAA) के खिलाफ किए जा रहे सत्याग्रह-भूख हड़ताल में शामिल हुए. अब सोशल मीडिया पर उनके नारियल पानी से अनशन खत्म करने का वीडियो वायरल हो रहा है.  

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हारोहल्ली श्रीनिवासैया डोरस्वामी का अन्याय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का एक लंबा इतिहास रहा है. यहां तक कि आजादी मिलने से पहले उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर सरकारी दस्तावेजों को टाइम बॉम से उड़ाने की योजना तक बनाई थी. जेल जाने के बाद वे महात्मा गांधी के रास्ते पर चले और अहिंसा और सत्याग्रह की राह चुनी. 1947 में उन्होंने मैसूर चलो आंदोलन में भी हिस्सा लिया था. 

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देखें वीडियो- 

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