पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम (फाइल फोटो)
मुंबई:
पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि हमारे लोकतंत्र की प्रकृति ऐसी है कि राजनीतिक दल नागरिकों के चंदे के बिना काम नहीं कर सकते हैं. आयकर चुकाने से राजनीतिक दलों को क्यों छूट दी गई है, इस पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक दल वाणिज्यिक उद्यम नहीं है. लोकतंत्र में याद रखिए कि यह लोग हैं जिन्हें राजनीतिक दलों को चंदा देना चाहिए. अगर आप पार्टी आधारित लोकतंत्र चाहते हैं तो राजनीतिक दलों को लोगों से चंदा मिलना चाहिए.’’
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट प्रस्तावों में राजनीतिक दलों को नकदी चंदा 2,000 रूपये तक सीमित करने की घोषणा की थी. महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य चिदंबरम 21 फरवरी को होने वाले बीएमसी चुनावों के लिए पश्चिमी उपनगर में प्रचार कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चूंकि राजनीतिक दल किसी भी तरह के वाणिज्यिक कारोबार या आय जुटाने वाली गतिविधि में शामिल नहीं होते इसलिए वे लोगों से पैसा जुटाते हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट प्रस्तावों में राजनीतिक दलों को नकदी चंदा 2,000 रूपये तक सीमित करने की घोषणा की थी. महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य चिदंबरम 21 फरवरी को होने वाले बीएमसी चुनावों के लिए पश्चिमी उपनगर में प्रचार कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चूंकि राजनीतिक दल किसी भी तरह के वाणिज्यिक कारोबार या आय जुटाने वाली गतिविधि में शामिल नहीं होते इसलिए वे लोगों से पैसा जुटाते हैं.
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