पेंग्विन प्रकाशन अमेरिकी लेखक वेंडी डोनिगर की किताब 'द हिंदूः ऐन ऑल्टरनेटिव हिस्ट्री' की सारी प्रतियों को बाजार से वापास लेकर नष्ट कर देगा। एक संगठन ने साल 2009 में प्रकाशित इस किताब को हिंदुओं के लिए अपमानजनक बताते हुए इसके खिलाफ अदालत में याचिका दायर की थी। पेंग्विन प्रकाशन ने अदालत के निर्देश पर इसकी किताब की सारी प्रतियां नष्ट करने का समझौता कर लिया है।
पेंग्विन इंडिया ने शिक्षा बचाओ आंदोलन नामक संस्था के साथ दिल्ली की एक अदालत में समझौता किया। कहा जा रहा है कि इस महीने की शुरुआत में ही यह समझौता हुआ था और अब सोशल मीडिया पर इसकी बातें लीक हो गई हैं, जिसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल निकला है।
इस कथित समझौते के मुताबिक, पेंग्विन कथित रूप से छह महीने के भीतर इस पुस्तक की सारी प्रतियां बाजार से वापस मंगा लेगा और इस विवादास्पद पुस्तक का प्रकाशन, वितरण एवं बिक्री भी बंद कर देगा।
हालांकि पेंग्विन ने इस तरह के समझौते की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इस विश्व स्तरीय पब्लिशिंग हाउस की आलोचना कर रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि पेंग्विन को हथियार डालने की बजाय लड़ना चाहिए था।
इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने ट्वीट किया है, 'पेंग्विन को ऊपरी अदालत में अपील करनी चाहिए थी। यह निराशाजनक है।'
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