लोकसभा में संविधान पर चर्चा हो रही है. अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, 'हमारे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से ऊपर जा रही है, लेकिन दूसरी ओर 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न पर जिंदा हैं. देश में 2 तिहाई हिस्से पर कुछ परिवारों का हिस्सा है. ऐसे में सरकार को ये बताया चाहिए कि देश के निचले तबगे की प्रतिव्यक्ति आय क्या है? सरकार अगर ये आंकड़े जारी कर दे तो स्थिति साफ हो जाएगी.' इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान पर बहस शुरू करते हुए कहा कि ऐसा माहौल बनाया जा रहा जैसे संविधान एक पार्टी की देन है. संविधान ने प्रजा को नागरिक बनाया. इस दौरान राजनाथ सिंह ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और वीर सावरकर का जिक्र किया, जिस पर विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया. इसके बाद केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने संसद में संविधान पर चर्चा में कहा, 'हमारे संविधान में संवाद, चर्चा की परंपरा रही है. इंसाफ, उम्मीद की ज्योत है संविधान. संविधान न्याय की गांरटी है. स्वतंत्रता आंदोलन से निकली आवाज है संविधान.' सदन में सबसे पहले 13 दिसंबर को हुए संसद पर आतंकी हमले को नाकाम करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोकसभा में शुक्रवार को दो दिवसीय बहस शुरू हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बहस का जवाब देने वाले हैं. भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर इस दौरान चर्चा होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संविधान पर बहस की शुरुआत करेंगे. भाजपा और कांग्रेस ने अपने सभी सदस्यों को 13-14 दिसंबर को सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. प्रश्नकाल के तुरंत बाद चर्चा शुरू होगी, जो सदन के एजेंडे में भी सूचीबद्ध है. संसद पर हमले की आज बरसी भी है.
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अखिलेश यादव ने पूछा- फिर 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न क्यों?
अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, 'हमारे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से ऊपर जा रही है, लेकिन दूसरी ओर 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न पर जिंदा हैं. देश में 2 तिहाई हिस्से पर कुछ परिवारों का हिस्सा है. ऐसे में सरकार को ये बताया चाहिए कि देश के निचले तबगे की प्रतिव्यक्ति आय क्या है? सरकार अगर ये आंकड़े जारी कर दे तो स्थिति साफ हो जाएगी.'
संविधान समय-समय पर हमारी ढाल बनता है- अखिलेश यादव
संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'हमें एक महान संविधान मिला है. संविधान ने विभिन्न लोगों को एकजुट रहा है. बाबा साहेब अंबेडकर ने कहा था कि संविधान की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि हम इसका कैसे पालन करते हैं. संविधान समय-समय पर हमारी ढाल बनता है, हमारी सुरक्षा करता है.'
ये देश भय से नहीं चलेगा: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि ये देश भय से नहीं चल सकता, संविधान से चलेगा. लेकिन आज लोगों को भय दिखाया जा रहा है. लोगों को बोलने नहीं दिया जा रहा है. जो लोग अपनी बात रखते हैं, तो उन्हें दबाया जाता है.
प्रियंका गांधी ने कहा- आज जातिगत जनगणना की बात हो रही, क्योंकि...
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में जातिगत जनगणना की बहुत जरूरत है. आज जातिगत जनगणना की बात हो रही है. सत्तापक्ष के साथी ने इसका जिक्र किया. ये जिक्र इसलिए हुआ, क्योंकि चुनाव में ये नतीजे आए. ये इसलिए जरूरी है, ताकि हमें पता चले कि किसकी क्या स्थिति है. इनकी गंभीरता का प्रमाण ये है कि जब चुनाव में पूरे विपक्ष ने जोरदार आवाज उठाई जातिगत जनगणना होनी चाहिए.
क्या सारी जिम्मेदारी नेहरू जी की है?
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संसद के पहले भाषण में ऐसा क्यों बोलीं प्रियंका गांधी..#PriyankaGandhi | #Parliament pic.twitter.com/v4RiGTW4mk
क्या सारी जिम्मेदारी जवाहर लाल नेहरू की है क्या?: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग गुजरे जमाने की बात करते हैं. सन 1975 में क्या हुआ... आज में बात क्यों नहीं करते हैं. आप बताइए, आप आज क्या कर रहे हैं. क्या सारी जिम्मेदारी जवाहर लाल नेहरू की है क्या? आप भी कुछ कीजिए.
हमारा संविधान इंसाफ, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत: प्रियंका गांधी
हमारा संविधान सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है. बाबा आंबेडकर, मौलाना आजाद जी और जवाहरलाल नेहरू जी और उस समय के तमाम नेता इस संविधान को बनाने में सालों से जुटे रहे. हमारा संविधान इंसाफ, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जलती है. इसने हर भारतीय को ये पहचानने की शक्ति दी कि उसे न्याय मिलने का अधिकार है. उसे अपने अधिकारों की आवाज उठाने की क्षमता है. जब वो आवाज उठाएगा तो सत्ता को उसके सामने झुकना पड़ेगा.
संविधान न्याय की गांरटी है- प्रियंका गांधी
केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने संसद में संविधान पर चर्चा में कहा, 'हमारे संविधान में संवाद, चर्चा की परंपरा रही है. इंसाफ, उम्मीद की ज्योत है संविधान. संविधान न्याय की गांरटी है. स्वतंत्रता आंदोलन से निकली आवाज है संविधान. स्वतंत्रता संग्राम अंहिसा की लड़ाई थी. आजादी की लड़ाई में सभी वर्ग शामिल थे.'
संविधान की पवित्रता को किसी कीमत पर भंग नहीं होने देंगे
संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने शाहबानो मामले का जिक्र किया और कहा, 'शाहबानो मामले पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था मुस्लिम महिलाएं भी गुजारा भत्ता पाने की हकदार हैं, लेकिन तुष्टीकरण के रास्ते पर चलते हुए कांग्रेस सरकार ने इस जजमेंट को ही पलट दिया. इसलिए हमारे विपक्षी नेता (राहुल गांधी) जब मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो हंसी आती है.
विपक्षी नेता जब मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो हंसी आती है: राजनाथ सिंह
संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने शाहबानो मामले का जिक्र किया और कहा, 'शाहबानो मामले पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था मुस्लिम महिलाएं भी गुजारा भत्ता पाने की हकदार हैं, लेकिन तुष्टीकरण के रास्ते पर चलते हुए कांग्रेस सरकार ने इस जजमेंट को ही पलट दिया. इसलिए हमारे विपक्षी नेता (राहुल गांधी) जब मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो हंसी आती है.
इंदिरा गांधी ने 50 बार चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी ने 50 बार चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया. संविधान और सत्ता को चुनने का मौका मिला है, तो कांग्रेस ने हमेशा सत्ता को चुना है. 6 दिसंबर 1992 को मैं कल्याण सिंह के मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री था. अयोध्या के एक विवादित ढांचे में चोट पहुंचने की खबर मिली. और जब खबर मिली कि वहां भारी तोड़फोड़ हुई है. तो कल्याण सिंह ने शाम को इस्तीफा दे दिया. लेकिन आश्चर्य की बात है कि पूर्ण बहुमत की सरकार का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया और सरकार को बर्खास्त कर दिया गया.
सत्ता और संविधान में कांग्रेस ने हमेश सत्ता को चुना- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने बताया कि संविधाान में 1976 में 41वां संशोधन किया गया, जिसका उद्देश्य प्रधानमंत्री, राज्यपाल और राष्ट्रपति को पद ग्रहण करने से पहले उनके कार्यकाल के दौरान किए गए सभी आपराधिक मुकदमों से छूट प्रदान करना था. कांग्रेस को जब भी सत्ता और संविधान में से किसी एक को चुनना था, तो उन्होंने हमेशा सत्ता को चुना और संविधान को ताक पर रखने का काम किया.
राजनाथ सिंह ने कहा- हमारी सरकार, भारत के संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही
संसद में संविधान पर चर्चा राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा, 'मुझे इस बात का गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' की भावना के साथ काम कर रही है. हमारी सरकार, भारत के संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही है.'
Parliament Session- हम संविधान के मूल चरित्र को बदलने नहीं देंगे: राजनाथ सिंह
कांग्रेस चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, हम संविधान के मूल चरित्र को बदलने नहीं देंगे. संविधान ने ही हमें भारतीयता से परिचय दिलाया. हमें यह समझने की जरूरत है कि किसने संविधान का सम्मान किया है और किसने इसका अपमान किया है. कांग्रेस के मित्रों ने अनेक मौकों पर संविधान और संवैधानिक भावनाओं का निरादर किया, उन्हें संस्थाओं की स्वायत्तता कभी हजम नहीं हुई, उनके मुंह से संविधान की रक्षा जैसी बातें शोभा नहीं देती.
राजनाथ सिंह ने कहा, नेहरू के समय 17 बार संविधान में संशोधन किया गया...
राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं आरोप लगाता हूं, कांग्रेस ने संविधान को बदलने की कोशिश की है. पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय 17 बार संविधान में संशोधन किया गया. इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 28 बार संविधान में संशोधन किये गए. राजीव गांधी के समय 10 बार संविधान में संशोधन हुआ और मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 7 बार संविधान में संशोधन किया गया. इनमें से ज्यादातर संशोधन विरोधियों को शांत करने के लिए की गए.
कांग्रेस के कई नेता संविधान को जेब में रखकर घूमते हैं: राजनाथ सिंह
कांग्रेस के कई नेता आज संविधान की प्रति को जेब में रखकर घूमते हैं, दरअसल, उन्होंने बचपन से यही सीखा है. इन्होंने हमेशा संविधान को अपनी जेब में ही रखा है. ऐसे लोगों के मुंह से संविधान को बचाने की बात अच्छी नहीं लगती है. कांग्रेस की तह हमने कभी संविधान को राजनीतिक हित साधने का जरिया नहीं बनाया है. कांग्रेस ने कभी इसका सम्मान नहीं किया. वहीं, हमने संविधान को हमने सिरमाथे पर रखा है.
"आज संविधान की रक्षा करने की बात की जा रही है.. यह हम सभी का कर्तव्य है... हमें यह भी समझने की जरूरत है कि किसने संविधान का सम्मान किया है और किसने अपमान किया है..." लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह#RajnathSingh | #Parliament pic.twitter.com/PKJ0uA8Ass
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हमने नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पास किया: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि महिला सशक्तीकरण में हमारी सरकार काफी प्रयास कर रही है. इसके तहत हमने नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पास किया है. इससे राजनीतिक क्षेत्र की महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा. इसी सोच के तहत हमारी सरकार ने 2018 में राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है.
संविधान की मूल भावना को आजादी के बाद ताक पर रख दिया गया: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे संविधान ने एक ऐसे समाज के निर्माण का ब्लूप्रिंट दिया है, जिसमें समरसता और समृद्धि हो. यहां देश के शीर्ष पद को प्राप्त करने के लिए जन्म की पहचान मायने न रखती हो. जहां एक गरीब परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सके यहां तक कि राष्ट्रपति बन सके. संविधान की मूल भावना को आजादी के बाद ही ताक पर रख दिया गया था. लेकिन हमारी सरकार ने इस सच्चे मन से स्वीकार किया है.
हमारा संविधान कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए- राजनाथ सिंह
संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारा संविधान कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए है. हमारा संविधान नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. ये नागरिकों के समग्र विकास में रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाने का निर्देश देता है. ये कमजोरों को साथ लेकर चलने की बात करता है.
हमारा संविधान भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक पार्टी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश की है. लेकिन यह सभी को ज्ञात होना चाहिए कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है. हमारा संविधान भारत के लोगों के द्वारा, भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज है. पश्चिमी सभ्यता में नाइट वॉचमैन स्टेट का कॉन्सेप्ट है. इसके मायने यह है कि सरकार का दायित्व लोगों को सुरक्षा प्रदान करने तक ही सीमित रहे. हमारे देश में राजधर्म की बात कही गई है.
हमारा संविधान भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक पार्टी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश की है. लेकिन यह सभी को ज्ञात होना चाहिए कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है. हमारा संविधान भारत के लोगों के द्वारा, भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज है. पश्चिमी सभ्यता में नाइट वॉचमैन स्टेट का कॉन्सेप्ट है. इसके मायने यह है कि सरकार का दायित्व लोगों को सुरक्षा प्रदान करने तक ही सीमित रहे. हमारे देश में राजधर्म की बात कही गई है.
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कांग्रेस किसान विरोधी, OBC विरोधी नहीं... करती बड़ों का सम्मान...: बीजेपी सांसद सुरेंद्र सिंह नागर
उत्तर प्रदेश के बीजेपी सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा कि एक गांव से आने वाले किसान परिवार के बेटे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर कांग्रेस ने अपनी मानसिकता उजागर कर दी है. कांग्रेस ने बताया दिया है कि वो किसान विरोधी है, ओबीसी विरोधी है. बड़ों का सम्मान नहीं करती है. इसीलिए महाराष्ट्र में उन्हें इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ा है.
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
खरगे पर भड़के सभापति बोले- मैंने आपको बहुत बर्दाश्त किया...
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ विपक्ष पर भड़क गए हैं. उन्होंने भड़कते हुए कहा कि मैंने आपको बहुत बर्दाश्त किया है, लेकिन आपको किसान का बेटा बर्दाश्त नहीं हो रहा है. एक व्यक्ति जिसका जन्म राजस्थान के एक किसान परिवार में हुआ, जो ओबीसी समुदाय से आता है. एक सभापति और उपराष्ट्रपति के रूप में वह सर्वोच्च पद पर है. विपक्ष का अविश्वास प्रक्ताव दिखाता है, कि वह किसान और ओबीसी विरोधी है. इस पर कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आप किसान के बेटे हैं तो मैं भी मजदूर का बेटा हूं.
खरगे राज्यसभा में सभापति पर भड़के
राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर हंगामा हो रहा है. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'मैं किसान का बेटा हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जा रहा है. लेकिन मैं झुकूंगा नहीं. आप कांग्रेस पार्टी के सदस्यों का अपमान कर रहे हैं. आप अगर इस ढंग से सदन चलाना चाहते हैं, तो सदन में जो हो रहा है, उसकी सारी जिम्मेदारी आप की है. हम आपकी तारीफ करने नहीं आए हैं. हम देश के मुद्दे उठाने के लिए आए हैं.' इस पर सभापति ने कहा कि सभी जानते हैं कि आपका इंट्रेस्ट किसकी तारीफ करने में है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संविधान पर बहस की शुरुआत करेंगे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद भवन पहुंच गए हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संविधान पर बहस की शुरुआत करेंगे. संविधान पर बहस शुरू होने से पहले लोकसभा स्पीकर स्टेटमेंट देंगे.
इन्होंने तो देश के पहले राष्ट्रपति का भी अपमानित किया...: बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल
बीजेपी के राज्यसभा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने राज्यसभा में कहा कि उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाए जा सकता है, लेकिन इसके लिए 14 दिन का नोटिस देना जरूरी होता है. कांग्रेस का इतिहास रहा है कि वह कभी राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति का सम्मान नहीं करती है. देश के अखबार अपमानजनक शब्दों से भरे हुए हैं. राजेंद्र प्रसाद पहले राष्ट्रपति थे, उनको लगातार अपमानित करने का काम पंडित जवाहरलाल नेहरू किया करते थे, जब वह प्रधानमंत्री थे. यहां तक कि जब राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु हुई तो उन्हें दिल्ली में आवास तक नहीं दिया गया. दवा के अभाव में उनकी मृत्यु हुई. उनको सांस की दिक्कत होती थी इन्होंने सांस की मशीन हटा लिया.
"कांग्रेस ने कभी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का सम्मान नहीं किया" : संसद में हंगामे के बीच भाजपा नेता का आरोप #Parliament pic.twitter.com/uBZiSCsn54
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कांग्रेस पर गिरिराज का तंज- संविधान जेब में रखकर घूमने की चीज नहीं...
संविधान पर चर्चा शुरू होने से पहले ही पक्ष और विपक्ष के बीच वार पलटवार शुरू हो गया है. बीजेपी सांसद ने कांग्रेस सांसदों पर तंज कसते हुए कहा है कि संविधान जेब में रखकर घूमने की चीज नहीं है.
प्रियंका 12 बजे लोकसभा में बोलेंगी...
कांग्रेस का कहना है कि संसद में संविधान पर बहस में केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी दोपहर 12 बजे बोलेंगी. कांग्रेस पार्टी के कई सांसद आज संविधान पर बहस में हिस्सा लेने जा रहे हैं.
Parliament LIVE: राज्यसभा के सभापति ने डी. गुकेश को दी बधाई
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने वर्ल्ड चेस चैंपियन डी. गुकेश को बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने 13 दिसंबर को हुए संसद पर आतंकी हमले को नाकाम करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
विपक्ष का जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव
विपक्ष ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव देने के बाद अब जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का नोटिस दिया है. विपक्ष ने राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल कोनोटिस सौंपा है.
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बोलीं, संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी...
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने संसद हमले के शहीनों को याद करते हुए कहा, 'मैं उन बहादुरों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं, जिन्होंने 2001 में आज ही के दिन हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. उनका साहस और निस्वार्थ सेवा हमें प्रेरित करती रहती है. राष्ट्र उनका और उनके परिवारों का अत्यंत आभारी है. इस दिन, मैं आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के अटूट संकल्प को दोहराती हूं. हमारा देश आतंकी ताकतों के खिलाफ एकजुट है.'
Parliament Attack: पीएम मोदी की संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने 2001 के संसद हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, 'शहीदों का बलिदान हमारे देश को सदैव प्रेरित करता रहेगा. हम उनके साहस और समर्पण के लिए सदैव आभारी रहेंगे.
Paid homage to those martyred in the 2001 Parliament attack. Their sacrifice will forever inspire our nation. We remain eternally grateful for their courage and dedication. pic.twitter.com/h1fxvpGQy4
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2024
Parliament LIVE: प्रियंका पहली बार संसद में बोलेंगी...
कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों से 7 से 9 सांसद शामिल हो सकते हैं. इनमें कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा मनीष तिवारी और शशि थरूर हो सकते हैं. डीएमके की ओर से टीआर बालू और ए राजा, टीएमसी से कल्याण बनर्जी और मोहुआ मोइत्रा बहस में भाग ले सकती हैं.
Parliament Session: NDA के ये सांसद चर्चा में लेंगे हिस्सा
भारतीय जनता पार्टी की ओर से 12 सांसदों के संविधान पर चर्चा में भाग लेने की खबर सामने आ रही है. वहीं, एनडीए के सहयोगी दलों में जेडीएस से एचडी कुमारस्वामी, शिवसेना से श्रीकांत शिंदे, एलजेपी से शांभवी चौधरी, आरएलडी से राजकुमार सांगवान, एचएएम से जीतन राम मांझी, अपना दल से अनुप्रिया पटेल और जेडीयू से राजीव रंजन सिंह चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं.