लोकसभा में संविधान पर चर्चा हो रही है. अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, 'हमारे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से ऊपर जा रही है, लेकिन दूसरी ओर 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न पर जिंदा हैं. देश में 2 तिहाई हिस्से पर कुछ परिवारों का हिस्सा है. ऐसे में सरकार को ये बताया चाहिए कि देश के निचले तबगे की प्रतिव्यक्ति आय क्या है? सरकार अगर ये आंकड़े जारी कर दे तो स्थिति साफ हो जाएगी.' इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान पर बहस शुरू करते हुए कहा कि ऐसा माहौल बनाया जा रहा जैसे संविधान एक पार्टी की देन है. संविधान ने प्रजा को नागरिक बनाया. इस दौरान राजनाथ सिंह ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और वीर सावरकर का जिक्र किया, जिस पर विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया. इसके बाद केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने संसद में संविधान पर चर्चा में कहा, 'हमारे संविधान में संवाद, चर्चा की परंपरा रही है. इंसाफ, उम्मीद की ज्योत है संविधान. संविधान न्याय की गांरटी है. स्वतंत्रता आंदोलन से निकली आवाज है संविधान.' सदन में सबसे पहले 13 दिसंबर को हुए संसद पर आतंकी हमले को नाकाम करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोकसभा में शुक्रवार को दो दिवसीय बहस शुरू हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बहस का जवाब देने वाले हैं. भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर इस दौरान चर्चा होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संविधान पर बहस की शुरुआत करेंगे. भाजपा और कांग्रेस ने अपने सभी सदस्यों को 13-14 दिसंबर को सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. प्रश्नकाल के तुरंत बाद चर्चा शुरू होगी, जो सदन के एजेंडे में भी सूचीबद्ध है. संसद पर हमले की आज बरसी भी है.
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खरगे, राहुल और कई अन्य नेताओं ने प्रियंका के भाषण की तारीफ की
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं ने प्रियंका गांधी वाद्रा के लोकसभा में पहले भाषण की तरीफ करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्होंने ‘सरकार को आईना दिखाया है.’ प्रियंका ने शुक्रवार को लोकसभा में सरकार पर तीखा हमला किया और दावा किया कि यदि लोकसभा चुनाव के नतीजे इस तरह नहीं आते तो यह सरकार संविधान बदलने का काम करती. ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि ‘एक व्यक्ति’ को बचाने के लिए देश की जनता को नकारा जा रहा है.
महुआ मोइत्रा के बयान पर सत्तापक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक आधे घंटे के लिए स्थगित
तृणमूल कांग्रेस सदस्य महुआ मोइत्रा की कुछ टिप्पणियों पर शुक्रवार को लोकसभा में सत्तापक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी. मोइत्रा ने सदन में ‘संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा’ में भाग लेते हुए केंद्र सरकार पर संविधान को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दस वर्ष में राजनीतिक ओहदेदारों ने लोकतंत्र को क्रमिक तरीके से नुकसान पहुंचाया है.’’
प्रियंका का भाषण मेरे पहले भाषण से अच्छा था : राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसद में चर्चा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के भाषण को अपने पहले भाषण से बेहतर करार दिया. वायनाड से लोकसभा के लिये निर्वाचित होने के बाद प्रियंका गांधी का यह पहला भाषण था. उनके भाषण के बाद संसद परिसर में राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह मेरे पहले भाषण से अच्छा था.’’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रियंका गांधी के भाषण की सराहना करते हुए कहा कि वह पहली बार की सांसद की तरह नहीं बोलीं और उन्होंने सरकार को सही नसीहत दी कि उसे अतीत का राग अलापने के बजाय वर्तमान समय के बारे में बात करनी चाहिए.
चेयरमैन ने चुन-चुनकर भाजपा सांसदों को बुलाया और अपनी तारीफ सुनी
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा में हुए हंगामे पर कहा, "आज भी यही कहानी थी, चेयरमैन ने चुन-चुनकर भाजपा सांसदों को बुलाया और अपनी तारीफ सुनी. जब नेता प्रतिपक्ष और कुछ अन्य विपक्षी नेता बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया और सदन स्थगित कर दिया.
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा में हुए हंगामे पर कहा, "आज भी यही कहानी थी, चेयरमैन ने चुन-चुनकर भाजपा सांसदों को बुलाया और अपनी तारीफ सुनी। जब नेता प्रतिपक्ष और कुछ अन्य विपक्षी नेता बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया और सदन स्थगित कर दिया… pic.twitter.com/FJ0Za4Yh2M
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"दुर्भाग्य से राजनाथ सिंह ने महात्मा गांधी का ज़िक्र नहीं किया: कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर कहा, "दुर्भाग्य से राजनाथ सिंह ने महात्मा गांधी का ज़िक्र नहीं किया जिन्होंने इस देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी... किस संत ने आज़ादी के लिए बलिदान दिया?... किसने आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी? कांग्रेस पार्टी ने लड़ाई लड़ी... उन्होंने(राजनाथ सिंह) उन सभी नामों का ज़िक्र नहीं किया. इसका मतलब है कि जब भी संविधान पर चर्चा होगी तो वे सिर्फ़ एक ही बात कहेंगे कि 'कांग्रेस ने ये किया या वो किया'..."मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास हो रहा है: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सरकार पर संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का हनन करने का आरोप लगाया और दावा किया कि देश के मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने लोकसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि यदि यह सरकार जाति जनगणना नहीं कराती है तो विपक्ष में बैठे लोग सत्ता में आएंगे तो इसे जरूर कराएंगे. उन्होंने दावा किया, 'देश के अल्पसंख्यकों और विशेषकर मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास हो रहा है, उन पर हमला किया जा रहा है, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.'
अखिलेश यादव ने पूछा- फिर 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न क्यों?
अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, 'हमारे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से ऊपर जा रही है, लेकिन दूसरी ओर 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न पर जिंदा हैं. देश में 2 तिहाई हिस्से पर कुछ परिवारों का हिस्सा है. ऐसे में सरकार को ये बताया चाहिए कि देश के निचले तबगे की प्रतिव्यक्ति आय क्या है? सरकार अगर ये आंकड़े जारी कर दे तो स्थिति साफ हो जाएगी.'
संविधान समय-समय पर हमारी ढाल बनता है- अखिलेश यादव
संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'हमें एक महान संविधान मिला है. संविधान ने विभिन्न लोगों को एकजुट रहा है. बाबा साहेब अंबेडकर ने कहा था कि संविधान की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि हम इसका कैसे पालन करते हैं. संविधान समय-समय पर हमारी ढाल बनता है, हमारी सुरक्षा करता है.'
ये देश भय से नहीं चलेगा: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि ये देश भय से नहीं चल सकता, संविधान से चलेगा. लेकिन आज लोगों को भय दिखाया जा रहा है. लोगों को बोलने नहीं दिया जा रहा है. जो लोग अपनी बात रखते हैं, तो उन्हें दबाया जाता है.
प्रियंका गांधी ने कहा- आज जातिगत जनगणना की बात हो रही, क्योंकि...
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में जातिगत जनगणना की बहुत जरूरत है. आज जातिगत जनगणना की बात हो रही है. सत्तापक्ष के साथी ने इसका जिक्र किया. ये जिक्र इसलिए हुआ, क्योंकि चुनाव में ये नतीजे आए. ये इसलिए जरूरी है, ताकि हमें पता चले कि किसकी क्या स्थिति है. इनकी गंभीरता का प्रमाण ये है कि जब चुनाव में पूरे विपक्ष ने जोरदार आवाज उठाई जातिगत जनगणना होनी चाहिए.
क्या सारी जिम्मेदारी नेहरू जी की है?
— NDTV India (@ndtvindia) December 13, 2024
संसद के पहले भाषण में ऐसा क्यों बोलीं प्रियंका गांधी..#PriyankaGandhi | #Parliament pic.twitter.com/v4RiGTW4mk
क्या सारी जिम्मेदारी जवाहर लाल नेहरू की है क्या?: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग गुजरे जमाने की बात करते हैं. सन 1975 में क्या हुआ... आज में बात क्यों नहीं करते हैं. आप बताइए, आप आज क्या कर रहे हैं. क्या सारी जिम्मेदारी जवाहर लाल नेहरू की है क्या? आप भी कुछ कीजिए.
हमारा संविधान इंसाफ, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत: प्रियंका गांधी
हमारा संविधान सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है. बाबा आंबेडकर, मौलाना आजाद जी और जवाहरलाल नेहरू जी और उस समय के तमाम नेता इस संविधान को बनाने में सालों से जुटे रहे. हमारा संविधान इंसाफ, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जलती है. इसने हर भारतीय को ये पहचानने की शक्ति दी कि उसे न्याय मिलने का अधिकार है. उसे अपने अधिकारों की आवाज उठाने की क्षमता है. जब वो आवाज उठाएगा तो सत्ता को उसके सामने झुकना पड़ेगा.
संविधान न्याय की गांरटी है- प्रियंका गांधी
केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने संसद में संविधान पर चर्चा में कहा, 'हमारे संविधान में संवाद, चर्चा की परंपरा रही है. इंसाफ, उम्मीद की ज्योत है संविधान. संविधान न्याय की गांरटी है. स्वतंत्रता आंदोलन से निकली आवाज है संविधान. स्वतंत्रता संग्राम अंहिसा की लड़ाई थी. आजादी की लड़ाई में सभी वर्ग शामिल थे.'
संविधान की पवित्रता को किसी कीमत पर भंग नहीं होने देंगे
संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने शाहबानो मामले का जिक्र किया और कहा, 'शाहबानो मामले पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था मुस्लिम महिलाएं भी गुजारा भत्ता पाने की हकदार हैं, लेकिन तुष्टीकरण के रास्ते पर चलते हुए कांग्रेस सरकार ने इस जजमेंट को ही पलट दिया. इसलिए हमारे विपक्षी नेता (राहुल गांधी) जब मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो हंसी आती है.
विपक्षी नेता जब मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो हंसी आती है: राजनाथ सिंह
संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने शाहबानो मामले का जिक्र किया और कहा, 'शाहबानो मामले पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था मुस्लिम महिलाएं भी गुजारा भत्ता पाने की हकदार हैं, लेकिन तुष्टीकरण के रास्ते पर चलते हुए कांग्रेस सरकार ने इस जजमेंट को ही पलट दिया. इसलिए हमारे विपक्षी नेता (राहुल गांधी) जब मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो हंसी आती है.
इंदिरा गांधी ने 50 बार चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी ने 50 बार चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया. संविधान और सत्ता को चुनने का मौका मिला है, तो कांग्रेस ने हमेशा सत्ता को चुना है. 6 दिसंबर 1992 को मैं कल्याण सिंह के मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री था. अयोध्या के एक विवादित ढांचे में चोट पहुंचने की खबर मिली. और जब खबर मिली कि वहां भारी तोड़फोड़ हुई है. तो कल्याण सिंह ने शाम को इस्तीफा दे दिया. लेकिन आश्चर्य की बात है कि पूर्ण बहुमत की सरकार का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया और सरकार को बर्खास्त कर दिया गया.
सत्ता और संविधान में कांग्रेस ने हमेश सत्ता को चुना- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने बताया कि संविधाान में 1976 में 41वां संशोधन किया गया, जिसका उद्देश्य प्रधानमंत्री, राज्यपाल और राष्ट्रपति को पद ग्रहण करने से पहले उनके कार्यकाल के दौरान किए गए सभी आपराधिक मुकदमों से छूट प्रदान करना था. कांग्रेस को जब भी सत्ता और संविधान में से किसी एक को चुनना था, तो उन्होंने हमेशा सत्ता को चुना और संविधान को ताक पर रखने का काम किया.
राजनाथ सिंह ने कहा- हमारी सरकार, भारत के संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही
संसद में संविधान पर चर्चा राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा, 'मुझे इस बात का गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' की भावना के साथ काम कर रही है. हमारी सरकार, भारत के संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही है.'
Parliament Session- हम संविधान के मूल चरित्र को बदलने नहीं देंगे: राजनाथ सिंह
कांग्रेस चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, हम संविधान के मूल चरित्र को बदलने नहीं देंगे. संविधान ने ही हमें भारतीयता से परिचय दिलाया. हमें यह समझने की जरूरत है कि किसने संविधान का सम्मान किया है और किसने इसका अपमान किया है. कांग्रेस के मित्रों ने अनेक मौकों पर संविधान और संवैधानिक भावनाओं का निरादर किया, उन्हें संस्थाओं की स्वायत्तता कभी हजम नहीं हुई, उनके मुंह से संविधान की रक्षा जैसी बातें शोभा नहीं देती.
राजनाथ सिंह ने कहा, नेहरू के समय 17 बार संविधान में संशोधन किया गया...
राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं आरोप लगाता हूं, कांग्रेस ने संविधान को बदलने की कोशिश की है. पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय 17 बार संविधान में संशोधन किया गया. इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 28 बार संविधान में संशोधन किये गए. राजीव गांधी के समय 10 बार संविधान में संशोधन हुआ और मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 7 बार संविधान में संशोधन किया गया. इनमें से ज्यादातर संशोधन विरोधियों को शांत करने के लिए की गए.
कांग्रेस के कई नेता संविधान को जेब में रखकर घूमते हैं: राजनाथ सिंह
कांग्रेस के कई नेता आज संविधान की प्रति को जेब में रखकर घूमते हैं, दरअसल, उन्होंने बचपन से यही सीखा है. इन्होंने हमेशा संविधान को अपनी जेब में ही रखा है. ऐसे लोगों के मुंह से संविधान को बचाने की बात अच्छी नहीं लगती है. कांग्रेस की तह हमने कभी संविधान को राजनीतिक हित साधने का जरिया नहीं बनाया है. कांग्रेस ने कभी इसका सम्मान नहीं किया. वहीं, हमने संविधान को हमने सिरमाथे पर रखा है.
"आज संविधान की रक्षा करने की बात की जा रही है.. यह हम सभी का कर्तव्य है... हमें यह भी समझने की जरूरत है कि किसने संविधान का सम्मान किया है और किसने अपमान किया है..." लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह#RajnathSingh | #Parliament pic.twitter.com/PKJ0uA8Ass
— NDTV India (@ndtvindia) December 13, 2024
हमने नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पास किया: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि महिला सशक्तीकरण में हमारी सरकार काफी प्रयास कर रही है. इसके तहत हमने नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पास किया है. इससे राजनीतिक क्षेत्र की महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा. इसी सोच के तहत हमारी सरकार ने 2018 में राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है.
संविधान की मूल भावना को आजादी के बाद ताक पर रख दिया गया: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे संविधान ने एक ऐसे समाज के निर्माण का ब्लूप्रिंट दिया है, जिसमें समरसता और समृद्धि हो. यहां देश के शीर्ष पद को प्राप्त करने के लिए जन्म की पहचान मायने न रखती हो. जहां एक गरीब परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सके यहां तक कि राष्ट्रपति बन सके. संविधान की मूल भावना को आजादी के बाद ही ताक पर रख दिया गया था. लेकिन हमारी सरकार ने इस सच्चे मन से स्वीकार किया है.
हमारा संविधान कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए- राजनाथ सिंह
संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारा संविधान कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए है. हमारा संविधान नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. ये नागरिकों के समग्र विकास में रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाने का निर्देश देता है. ये कमजोरों को साथ लेकर चलने की बात करता है.
हमारा संविधान भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक पार्टी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश की है. लेकिन यह सभी को ज्ञात होना चाहिए कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है. हमारा संविधान भारत के लोगों के द्वारा, भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज है. पश्चिमी सभ्यता में नाइट वॉचमैन स्टेट का कॉन्सेप्ट है. इसके मायने यह है कि सरकार का दायित्व लोगों को सुरक्षा प्रदान करने तक ही सीमित रहे. हमारे देश में राजधर्म की बात कही गई है.
हमारा संविधान भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक पार्टी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश की है. लेकिन यह सभी को ज्ञात होना चाहिए कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है. हमारा संविधान भारत के लोगों के द्वारा, भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज है. पश्चिमी सभ्यता में नाइट वॉचमैन स्टेट का कॉन्सेप्ट है. इसके मायने यह है कि सरकार का दायित्व लोगों को सुरक्षा प्रदान करने तक ही सीमित रहे. हमारे देश में राजधर्म की बात कही गई है.
🔴 Watch LIVE : संसद में संविधान पर दो दिन की विशेष चर्चा https://t.co/lf4tFCCScc
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कांग्रेस किसान विरोधी, OBC विरोधी नहीं... करती बड़ों का सम्मान...: बीजेपी सांसद सुरेंद्र सिंह नागर
उत्तर प्रदेश के बीजेपी सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा कि एक गांव से आने वाले किसान परिवार के बेटे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर कांग्रेस ने अपनी मानसिकता उजागर कर दी है. कांग्रेस ने बताया दिया है कि वो किसान विरोधी है, ओबीसी विरोधी है. बड़ों का सम्मान नहीं करती है. इसीलिए महाराष्ट्र में उन्हें इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ा है.
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
खरगे पर भड़के सभापति बोले- मैंने आपको बहुत बर्दाश्त किया...
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ विपक्ष पर भड़क गए हैं. उन्होंने भड़कते हुए कहा कि मैंने आपको बहुत बर्दाश्त किया है, लेकिन आपको किसान का बेटा बर्दाश्त नहीं हो रहा है. एक व्यक्ति जिसका जन्म राजस्थान के एक किसान परिवार में हुआ, जो ओबीसी समुदाय से आता है. एक सभापति और उपराष्ट्रपति के रूप में वह सर्वोच्च पद पर है. विपक्ष का अविश्वास प्रक्ताव दिखाता है, कि वह किसान और ओबीसी विरोधी है. इस पर कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आप किसान के बेटे हैं तो मैं भी मजदूर का बेटा हूं.