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5 years ago
नई दिल्ली:

कश्मीर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावे को लेकर लोकसभा में विपक्षी दलों ने सोमवार को सरकार को घेरने का प्रयास किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सदन में इस विषय पर स्पष्टीकरण देने की मांग की. विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर सदन में हंगामा भी किया. विदेश मंत्री एस जयशंकर के जवाब के समय कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा, द्रमुक, बसपा और वाम आदि दलों के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया. निचले सदन में कांग्रेस के मनीष तिवारी ने प्रश्नकाल समाप्त होने पर यह विषय उठाते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बातचीत में दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कश्मीर मुद्दे पर ‘मध्यस्थता' करने का न्यौता दिया. उन्होंने कहा कि यह भारत की स्थापित विदेश नीति के प्रतिकूल है. हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि वह सदन में आएं और स्थिति स्पष्ट करें. वह बतायें कि क्या बातचीत हुई. वहीं राज्यसभा में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली. राज्यसभा में भी विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदन में आकर सफाई देने की मांग की. इतना ही नहीं, विपक्षी दलों ने 'प्रधानमंत्री जवाब दो' के नारे लगाए. सदन की कार्यवाही को कई बार स्थगित किया गया.

Parliament Live Updates:-

विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में विपक्ष ने फिर शुरु किया हंगामा. विपक्षी सांसदों ने लगाए 'प्रधानमंत्री सदन में आओ' के नारे.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा: हमने एक सवाल उठाया है. इस सदन की एक परंपरा रही है. जब प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं तो सदन में बयान देते हैं. 
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने को कहा. अगर यह सच है तो पीएम मोदी ने 1972 के शिमला समझौते और भारत के हितों के साथ धोखा किया है. प्रधानमंत्री को राष्ट्र को बताना चाहिए कि ट्रंप और उनके बीच क्या बातचीत हुई थी.

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लोकसभा में कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में कल (सोमवार को) दिया गया बयान कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए कहा था, भारत की एकता पर चोट जैसा है..."
लोकसभा में हंगामे के बीच विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर जवाब दिया, "मैं सदन को स्पष्ट रूप से आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह का कोई आग्रह नहीं किया गया..."
राज्यसभा के बाद अब लोकसभा में विदेशमंत्री कश्मीर मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर सफाई दे रहे हैं. गृह मंत्री के आग्रह पर स्पीकर ने विदेश मंत्री को दोबारा बोलने को कहा क्योंकि शोर हो रहा था.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर राज्यसभा में हंगामा, विपक्षी सांसदों ने लगाए 'प्रधानमंत्री जवाब दो, जवाब दो' के नारे. इसके बाद सदन को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
राज्यसभा में मुख्तार अब्बास नकवी: विदेश मंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति के बयान पर सफाई दे चुके हैं.
राजद नेता मनोज झा: हम मांग करते हैं कि पीएम मोदी लोकसभा और राज्यसभा में कहें कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं. अगर ये सही है तो 70 साल से भारत का कश्मीर को लेकर रुख है, उसका कत्ल करने जैसा है.
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन: हम मांग करते हैं कि ट्रंप के बयान पर पीएम मोदी सफाई दें. जब तक लोकसभा और राज्यसभा में पीएम मोदी सफाई नहीं देंगे, विपक्ष विरोध करता रहेगा. 
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद: हम अपने पीएम का भरोसा करने को तैयार हैं, बशर्ते वे सदन में आकर कहें ट्रंप का बयान झूठा है. पीएम के विदेशी दौरों के बाद सदन में बयान देने की परंपरा रही है पर पीएम मोदी ने 6 साल में इसे तोड़ दिया. अगर वे इसे निभाते को ये नौबत नहीं आती. ट्रंप के बयान की काट पीएम के बयान से ही हो सकती है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्त्रबुद्धे: सरकार ने अपनी भूमिका जाहिर कर दी है. सरकार ने अपना बयान दे दिया है. विपक्ष को इतनी संवेदनशील बातचीत पर राजनीति करने की घिनौनी हरकत नहीं करनी चाहिए. जो नोटिस दिया है विपक्ष ने उसका कोई मतलब नहीं है. विपक्ष बेकार की राजनीति कर रहा है. सरकार की जो भूमिका है. वह उसने स्पष्ट कर दी है.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह: प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर संसद में सफाई देनी चाहिए. यह पूरे देश की तौहीन हुई है कि पाक प्रधानमंत्री के सामने अमेरिकी राष्ट्रपति ने कश्मीर को लेकर मध्यस्थता की बात की. 
12 बजे दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई, लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहने के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए फिर स्थगित कर दी गई. विपक्ष की मांग है कि ट्रंप के कश्मीर मुद्दे पर दिए गए बयान पर पीएम मोदी अपनी बात रखे.
सभापति ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और शून्यकाल चलने देने का अनुरोध किया. लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बज कर 15 मिनट पर ही कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
हालांकि सभापति एम वेंकैया नायडू ने शून्यकाल की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया. लेकिन विपक्षी सदस्य प्रधानमंत्री से स्प्ष्टीकरण की मांग पर अड़े रहे और अपने स्थान से आगे आ गए. सदन में सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा.
कश्मीर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावे को सिरे से खारिज करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है और पाकिस्तान के साथ सभी लंबित मुद्दों का समाधान द्विपक्षीय तरीके से ही किया जाएगा. विदेश मंत्री के इस बयान के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने प्रधानमंत्री से इस विषय पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की.

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