प्रतीकात्मक फोटो
मुंबई:
मुंबई सहित देश के कई हिस्सों में बादल जमकर बरस रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र के ही कई जिले अब भी बरसात की बाट जोह रहे हैं। किसानों को डर है कि कहीं अगर बरसात फिर बेवक्त और कम आई तो उन्हें और नुकसान न उठाना पड़े।
फसल नहीं आई तो क्या होगा?
नासिक के विंचुर गवली गांव में शरद धरवाड़े ऐसी ही समस्या से जूझ रहे हैं। वे खेतों का सीना जोत रहे हैं। उनकी 4 एकड़ की खेती है, जिसमें वे प्याज और टमाटर बोते हैं। लेकिन इस बार फिर आसमान में बादलों का जमावड़ा दिख नहीं रहा, जिससे वे काफी परेशान हैं। शरद का कहना है कि पिछले साल टमाटर में पैसा मिला था, लेकिन महंगाई बढ़ गई ... कर्जा चढ़ गया है। पानी नहीं बरस रहा जुलाई शुरू हो गया। फसल नहीं आई तो क्या होगा?
कुंए सूखे, कर्जा बढ़ गया
इलाके के जलाशय से लेकर कुंए तक सूख गए हैं। ऐसे में लगभग सारे किसानों की एक ही दिक्कत है, पानी की किल्लत। देवराम रिकामे कहते हैं इतनी महंगाई बढ़ी है, मेरे ऊपर कर्जा है ... बिजली का बिल भरने के पैसे नहीं हैं। बारिश अब तक नहीं हुई है। सरकार किसानों के लिए कुछ कर नहीं रही।
सूख चले जलाशय
आंकड़े कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के जलाशयों में 5.6% पानी है जबकि नासिक जिले में यह आंकड़ा 4.09% है। जिले के गंगापुर डैम में 8% पानी बचा है, जो शहर की बस महीने भर की प्यास बुझा सकता है। सरकार भी मान रही है कि हालात अच्छे नहीं हैं। जल संसाधन मंत्री ने माना कि बहुत से इलाकों में पानी नहीं है। जून खत्म हो गया फिर भी अच्छी बरसात नहीं हुई है। संकट गंभीर है।
फसल नहीं आई तो क्या होगा?
नासिक के विंचुर गवली गांव में शरद धरवाड़े ऐसी ही समस्या से जूझ रहे हैं। वे खेतों का सीना जोत रहे हैं। उनकी 4 एकड़ की खेती है, जिसमें वे प्याज और टमाटर बोते हैं। लेकिन इस बार फिर आसमान में बादलों का जमावड़ा दिख नहीं रहा, जिससे वे काफी परेशान हैं। शरद का कहना है कि पिछले साल टमाटर में पैसा मिला था, लेकिन महंगाई बढ़ गई ... कर्जा चढ़ गया है। पानी नहीं बरस रहा जुलाई शुरू हो गया। फसल नहीं आई तो क्या होगा?
कुंए सूखे, कर्जा बढ़ गया
इलाके के जलाशय से लेकर कुंए तक सूख गए हैं। ऐसे में लगभग सारे किसानों की एक ही दिक्कत है, पानी की किल्लत। देवराम रिकामे कहते हैं इतनी महंगाई बढ़ी है, मेरे ऊपर कर्जा है ... बिजली का बिल भरने के पैसे नहीं हैं। बारिश अब तक नहीं हुई है। सरकार किसानों के लिए कुछ कर नहीं रही।
सूख चले जलाशय
आंकड़े कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के जलाशयों में 5.6% पानी है जबकि नासिक जिले में यह आंकड़ा 4.09% है। जिले के गंगापुर डैम में 8% पानी बचा है, जो शहर की बस महीने भर की प्यास बुझा सकता है। सरकार भी मान रही है कि हालात अच्छे नहीं हैं। जल संसाधन मंत्री ने माना कि बहुत से इलाकों में पानी नहीं है। जून खत्म हो गया फिर भी अच्छी बरसात नहीं हुई है। संकट गंभीर है।
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