मुंबई के नजदीक पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की भीड़ द्वारा हुई पीट-पीटकर हत्या के मामले में सोशल मीडिया में तरह-तरह की अफवाह फैली हुई है. वहीं पुलिस ने अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उसमें सभी हिंदू हैं. वहीं महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भी इस मामले में फेसबुक के जरिए बयान जारी कर कहा है कि पालघर में जो घटना हुई वो बिल्कुल गलत है. वहां अफवाह फैलाया गया था की कुछ लोग बच्चा चोरी करते हैं. हालांकि जांच अब CID को दे दी गई. अनिल देशमुख ने कहा, 'मैं बता दूं कि मामले मे जांच कर 101 लोगो को गिरफ्तार किया गया है जिसमें से 1 भी मुस्लिम नहीं है.' आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से इस पालघर के इस इलाके में बच्चा चोरी की अफवाह फैली थी. गुरुवार की रात मुंबई से दो साधु और उनके ड्राइवर सूरत जा रहे थे. पालघर के गणचिंचले गांव के पास भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में इनकी गाड़ी को रुकवा लिया और इनकी पीट-पीट की हत्या कर दी. साधुओं के नाम सुशीलगिरी महाराज और कल्पवृक्षगिरी महाराज थे. पुलिस का कहना है कि इस पूरे घटना के दौरान उसकी गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया गया और 2 पुलिस वाले घायल भी हुए हैं. पुलिस ने कार्रवाई कर 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इलाके में पुलिस के दो अधिकारियों को सस्पेंड भी किया गया है.
पुलिस की FIR कॉपी
विपक्ष ने साधा निशाना
ट्विटर पर भी पालघर से जुड़े 4 ट्रेंड चले जिसमें एक ट्रेंड के अनुसार महाराष्ट्र में साधु खतरे में हैं. हालांकि पहली बार यहां हमला नहीं हुआ. इस मामले के दो दिन पहले भी मंगलवार के दिन इलाके में ज़रूरतमंदों को खाना देकर घर लौट रहे डॉक्टर विश्वास वलवी को भी चोर समझकर लोगों ने रोक लियe था और पुलिस पर भी पथराव किया गया. विपक्ष ने इस मुद्दे पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जहां महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लिया तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कई सवाल उठाए.
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