
प्रतीकात्मक फोटो
- एनआईए की लिस्ट में पहली बार राजनयिक का नाम शामिल
- अमेरिकी एजेंसी ने दी थी एनआईए को अहम जानकारी
- चेन्नई समेत तीन जगहों पर थी हमले की तैयारी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
यह भी पढ़ें: टेरर फंडिंग मामले में नागालैंड सरकार के तीन अधिकारी गिरफ्तार, जांच शुरू
एनआईए विनीत और बॉस के नाम को कोड नेम बता रही है. गौरतलब है कि एनआईए को अमेरिकी एजेंसियों से इन लोगों के बारे में जानकारी मिली थी. इसके बाद ही एनआईए ने इनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया. एनआईए के अनुसार इन लोगों को योजना के अनुरूप इस बार चेन्नई में अमिरिकी काउंसलेट, बंग्लुरू में इजराइल काउंसलेट और विशाखापटनम में पूर्वी नौसेना कमान के मुख्यालय को अपना निशाना बनाना था.
यह भी पढ़ें: NIA को श्रीनगर जेल से मिले पाकिस्तानी झंडे और जिहादी सामग्री मिली
एनआईए की जांच में सामने आया है कि पाक अफसरों ने इन लोगों से भारतीय सेना के सीनियर अफसरों के लैपटॉप चुराने और नकली करंसी सप्लाई करने को कहा था. इनकी साजिश उस वक्त नाकाम हो गई जब एनआईए ने श्रीलंकाई युवक मुहम्मद साकिर हुसैन और अन्य कुछ लोगों को गिरफ्तार किया. इन सभी लोगों को सिद्दीकी ने हायर किया था. इन लोगों को हमले के लिए तय किए गए जगहों की तस्वीरें लेने और सेना के मूवमेंट की तस्वीरें और वीडियो लेने भेजा था.
VIDEO: एनआईए ने जारी की मोस्ट वांटेड लोगों की सूची.
रक्षा विशेषज्ञ पी के सहगल के अनुसार एनआईए की लिस्ट में शामिल तीनों लोगों का मिशन दक्षिण भारत में अमेरिका, इजराइल और भारत के एसेट्स को बर्बाद करने का था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं