
- लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की बहस की शुरुआत विपक्ष के हंगामे के कारण देर से हुई
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर उचित और सटीक सवाल नहीं पूछे हैं
- राजनाथ सिंह ने 1962 और 1971 के युद्धों के दौरान विपक्ष के सवालों का उदाहरण देते हुए परिणाम को महत्व दिया
लोकसभा में आज बड़ी बहस चल रही है. ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की बहस की शुरुआत दिन के 12 बजे होनी थी. हालांकि लोकसभा की कार्यवाही की जैसे ही शुरुआत हुई विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. सदन को पहले दिन के 1 बजे तक और बाद में दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा. दोपहर 2 बजे से बहस की शुरुआत हुई है. आइए जानते हैं कि किसने क्या कहा.
... तो सीजफायर की क्या जरूरत थी.: दीपेंद्र हुड्डा
ऑपरेशन सिंदूर में हमारी फौज ने अपना पराक्रम दिखाया और अपना लोहा मनवाया. एक ऐसा समय आया 9 तारीख के बाद जब दुनिया यह मानने लगी कि हिंदस्तान की फौज का अपर हैंड है, हम एडवांटेज की पोजिशन में है, हम दुश्मन के गले के नजदीक हैं. लेकिन फिर 10 तारीख को अचानक से सीजफायर. देश की भावना थी कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए, निर्णायक जवाब दिया जाए.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पाकिस्तान घुटनों पर था तो सीजफायर की क्या जरूरत थी. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सीजफायर की क्या शर्ते थीं, यह देश को सामने रखना चाहिए.
पाकिस्तान ने हर बार आतंक का रास्ता अपनाया: बैजयंत पांडा
भाजपा सांसद बैजयंत पांडा ने भी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आयोजित चर्चा में भाग लिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद को प्रायोजित करने का पुराना इतिहास है और यह आतंकवाद का वैश्विक केंद्र है. उन्होंने कहा कि यह कहानी आजादी के बाद से पिछले 78 सालों से चल रही है जब पाकिस्तान ने सीमा पार से आतंकी भेजे थे. इसे रोकने के लिए दशकों से करने वाले कई कदम उठाए गए. इनमें पानी पर समझौते, जीती हुई जमीन और हजारों युद्धबंदियों को वापस करने जैसे कदम उठाए गए. बस डिप्लोमेसी की गई और पीएम मोदी ने भी 2014 में कोशिश की. पांडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया और यहां तक की लाहौर भी गए बिना किसी घोषण और बिना हथियारों के साथ साहस और अच्छी भावना और साहस के साथ. हालांकि इसे भारतीय जमीन पर ज्यादा आतंकी हमलों और भारतीयों की ज्यादा जान लेकर चुकाया गया. उन्होंने कहा कि भारत ने हर बार शांति का हाथ बढ़ाया और पाकिस्तान ने हर बार आतंक का रास्ता अपनाया.
प्रधानमंत्री बोलते नहीं है, ऐक्ट करके दिखाते हैं: ललन सिंह
पंचायती राज मंत्री ललन सिंह ने कहा कि विपक्ष को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता दिखाई नहीं पड़ती है. आप बार बार कहते हैं कि प्रधानमंत्री बोलते नहीं है, प्रधानमंत्री बोलते नहीं है, प्रधानमंत्रीजी को बोलना चाहिए... अरे प्रधानमंत्री जी बोलते नहीं है, प्रधानमंत्री जी ऐक्ट करते हैं. वह ऐक्ट करके अपनी ताकत दिखाते हैं. उन्होंने पूरी दुनिया को दिखाया है कि हम ऐक्ट करते हैं. ललन सिंह के यह बोलते ही सदन में मौजूद विदेश मंत्री जयशंकर जोश में मेज थपथपाने लगे.
संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा के दौरान ललन सिंह को आया गुस्सा कहा- "प्रवचन मत दो न यार, तमाशा कर रहे हो"#OperationSindoor | #Parliament | #LalanSingh | @manogyaloiwal pic.twitter.com/aho5CmJTfd
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इस दौरान उन्होंने गौरव गोगोई पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने एक भी शब्द काम की बात नहीं की. ललन सिंह ने कहा कि उन्होंने एक भी शब्द इस देश की सेना पर, उनके पराक्रम पर और उनके अदम्य साहस पर नहीं कहा.
मोदी जी ने 90 रन पर पारी घोषित कर दी.: कल्याण बनर्जी
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने भी अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद जल्द सीजफायर को लेकर सवाल उठाए और कहा कि मोदी जी ने 90 रन पर पारी घोषित कर दी.
उन्होंने कहा, कभी सुना है... 90 रन हो गया कोई बोलेगा इनिंग्स डिक्लेयर. यह मोदीजी कर सकता है, कोई और नहीं."
सहयोग बराबरी और आत्मसम्मान के आधार पर हो: SP सांसद
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान समाजवादी पार्टी के रमाशंकर राजभर ने कहा कि मुलायम यादव जी ने सदन में कहा था कि भारत को किसी के दवाब में नहीं, बल्कि अपने स्वाभिमान के बल पर चलना चाहिए. चाहे अमेरिका हो, चीन हो या पाकिस्तान हो, भारत को झुकना नहीं चाहिए. अमेरिका के साथ हमारे रिश्ते रणनीतिक हैं, लेकिन इसका ध्यान रखना चाहिए कि सहयोग की कोई बात या शर्त बराबरी और आत्मसम्मान के आधार पर हो.
पीओके आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे?: गौरव गोगोई
लोकसभा में सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने राजनाथ सिंह के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजनाथ सिंह ने बताया कि हमारा मकसद युद्ध नहीं था, और मैं पूछना चाहता हूं कि क्यों नहीं था? पीओके आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे?
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भी सरकार से सवाल किया. उन्होंने कहा, "देश जानना चाहता है. 100 दिन बीतने के बाद भी सरकार पहलगाम के दहशतगर्दों को क्यों नहीं पकड़ पाई? पहलगाम के आतंकियों को किसने पनाह दी, किसने जानकारी दी? पहलगाम के आतंकियों को फरार होने में किसने मदद की? 100 दिन बीत गए, लेकिन सरकार के पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं है. सरकार के पास ड्रोन, पेगासस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ है, वहां गृहमंत्री कुछ दिन पहले ही गए थे, लेकिन फिर भी आप किसी को पकड़ नहीं पाए. ये कैसा बंदोबस्त था?"
"100 दिन हो गए और सरकार के पास कोई जवाब नहीं"- लोकसभा में बोले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई #OperationSindoor | #Parliament | #GauravGogoi | #Congress pic.twitter.com/0xTTD0zYDV
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विपक्ष ऑपरेशन पर उचित सवाल नहीं पूछ रहा है: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत की. पाकिस्तान से जंग के दौरान भारत के कितने लड़ाकू विमान मार गिराए गए, इस पर रक्षा मंत्री ने कहा कि यह सवाल ही गलत है. विपक्ष ने ये कभी नहीं पूछा कि हमने कितने दुश्मन के विमानों को मार गिराया. विपक्ष ऑपरेशन पर उचित सवाल नहीं पूछ रहा है. राजनाथ सिंह ने 1971 और 1962 युद्ध के दौरान विपक्ष के तौर पर पूछे गए सवालों का जिक्र किया. राजनाथ ने कहा कि हमने 1962 में हमने सेना के शौर्य पर कभी सवाल नहीं किए. हमने कभी नहीं पूछे कि सेना के कितने टैंक या विमान बर्बाद हुए. हमारे लिए रिजल्ट मैटर करता है, जैसे परीक्षा के दौरान ये मायने नहीं रखता कि पेन या पेंसिल टूटी. आखिरकार परिणाम मायने रखता है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत करते हुए लोकसभा ने कहा कि यह ऑपरेशन इसलिए रोका गया, क्योंकि जो भी पॉलिटिकल और मिलिट्री लक्ष्य हासिल किए जाने थे, वह हो गए थे. लेकिन यह कहना कि किसी दबाब में ऐसा किया गया कि पूरी तरह से बेबुनियाद है.
🔴 #BREAKING | 'ऑपरेशन इसलिए रोका गया, क्योंकि जो भी पॉलिटिकल और मिलिट्री लक्ष्य हासिल किए जाने थे, वह हो गए थे. लेकिन यह कहना कि किसी दबाव में ऐसा किया गया, पूरी तरह से बेबुनियाद है' : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह#OperationSindoor | #RajnathSingh pic.twitter.com/lJk0hknCmv
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एग्जाम में बच्चा अच्छे मार्क्स लेकर आ रहा है तो इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए कि एग्जाम के दौरान उसकी पेंसिल टूट गई थी या पेन खो गया था.
प्रभु हनुमान की रणनीति की तरह हुई कार्रवाई: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि 'जिन्ह मोहि मारा ते मैं मारे...प्रभु हनुमान की रणनीति के तरह ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों को मारा' गया.
🔴 #BREAKING | 'जिन्ह मोहि मारा ते मैं मारे...प्रभु हनुमान की रणनीति के तरह ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों को मारा': राजनाथ सिंह#OperationSindoor | #RajnathSingh pic.twitter.com/CzxZyBKrz1
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