
संसद में आज गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी नेताओं अखिलेश यादव, पी. चिदंबरम और गोगोई पर तीखा हमला बोला. हाल ही में हुई आतंकी मुठभेड़ को लेकर विपक्ष के सवालों पर शाह ने पलटवार करते हुए ठोस सबूतों और तीखे तंज के साथ अपनी बात रखी. बहस के दौरान शाह ने आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि, उनके पाकिस्तानी कनेक्शन और सरकार की कार्रवाई पर विपक्ष के रुख को जमकर लताड़ा.
अखिलेश यादव पर शाह ने कसा तंज
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ तीखी नोकझोंक में शाह ने कहा कि मैं बताता हूं कि कैसे इनके आका मारे गए हैं. मैं नाम, जगह, घंटे, मिनट और सेकेंड के साथ बताता हूं. शाह ने दावा किया कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की बैलिस्टिक रिपोर्ट उनके पास है, जिसे 6 वैज्ञानिकों ने क्रॉसचेक किया. उन्होंने कहा कि सुबह 4 बजकर 46 मिनट पर सभी 6 वैज्ञानिकों ने वीडियो कॉल पर पुष्टि की कि 100% वही गोलियां थीं, जो वहां चलाई गई थीं. शाह ने तंज कसते हुए कहा, "मैं उम्मीद करता था कि आतंकियों के मारे जाने की खबर पर पक्ष-विपक्ष में खुशी की लहर दौड़ेगी, लेकिन इनके चेहरे पर स्याही पड़ गई. क्या आतंकवादी मारे गए, इसका भी आनंद नहीं है? अखिलेश जी, बैठ जाइए यार!"
चिदंबरम को लताड़: पाकिस्तान को क्लीन चिट क्यों?
पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि चिदंबरम आतंकियों के पाकिस्तानी कनेक्शन पर सवाल उठाकर पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं. शाह ने तल्ख अंदाज में कहा कि चिदंबरम साहब क्या कहना चाहते हैं? हमारे पास पुख्ता सबूत हैं. तीन में से दो आतंकियों के वोटर नंबर तक हमारे पास हैं. उनके पास मिली राइफलें और चॉकलेट भी पाकिस्तानी थीं. उन्होंने चिदंबरम पर पाकिस्तान को बचाने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा, "पूरी दुनिया के सामने देश का पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहा है. सवाल मांगना था, तो मुझसे मांगते.
गोगोई पर भी जमकर बोले गृहमंत्री
असम के पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई के उस बयान पर कि पहलगाम घटना के समय प्रधानमंत्री मोदी बिहार में थे, शाह ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, "जब पहलगाम की घटना हुई, मोदी जी विदेश में थे. लौटते ही उन्होंने सीसीएस की बैठक की. जिस दिन मोदी जी बिहार गए, उस दिन पहलगाम में कोई नहीं था, सिवाय राहुल गांधी के. सब लोग वहां से जा चुके थे. शाह ने गोगोई के दावों को खारिज करते हुए सरकार की त्वरित कार्रवाई का बचाव किया.
शाह ने विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि किसी को संशय रखने की जरूरत नहीं है. मेरे पास पुख्ता सबूत हैं, और सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है. उन्होंने विपक्ष से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एकजुट होने की अपील की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राजनीति नहीं होनी चाहिए. यह बहस संसद में तीखी राजनीतिक जंग का कारण बनी, जिसमें विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तल्ख बयानबाजी ने सदन का माहौल गर्म कर दिया.
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