मुंबई : मालवणी इलाके में जहरीली शराब से हुई मौतें का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। करीब 100 लोगों की मौत के बाद मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन के बाकी इलाकों में भी हलचल हुई है।
नवी मुंबई पुलिस ने अवैध शराब की भट्टियों पर कार्रवाई करते हुए हज़ारों लीटर शराब जब्त की, और कई लोगों को हिरासत में लिया है। पालघर में भी पुलिस ने कई लीटर अवैध शराब जब्त की है। पुलिस की कई टीमें शराब भठ्ठियों पर कार्रवाई में जुटी हैं।
पनवेल, न्हावा-शेवा और उरण के पहाड़ी इलाकों से पुलिस ने 35 बैरलों में रखी 1750 लीटर देसी शराब जब्त कर उसे नष्ट कर दिया।
नवी मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी सुरेश मेंगड़े ने बताया, "2013 में हमने 4 लाख की अवैध शराब ज़ब्त की थी, 2014 में इसमें तीन गुना से ज्यादा इज़ाफा हुआ और हमने 14 लाख रुपये की शराब ज़ब्त की। इस साल कमिश्नर ने शुरू से ही ध्यान दिया, नवी मुंबई की थोड़ी भौगोलिक स्थिति अलग है... यहां पहाड़ी इलाके ज्यादा हैं, बारिश के दिनों में माफिया को आसानी होती है, इसलिए देसी शराब ज्यादा बनती है। इसे रोकने के लिए हमने स्पेशल स्कॉवड बनाया है, अभी गांव-गांव में छापा मार रहे हैं, कोशिश है नवी मुंबई में कोई हाथ भट्टी की शराब ना बने।"
मालवणी हादसे के बाद नवी मुंबई के कई गांवों में छापेमारी की गई है। कुल 34 एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उधर पालघर जिले के मालजीपाड़ा, भाटपाड़ा इलाकों में भी बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी अवैध शराब की भठ्ठियों पर कार्रवाई में जुटे हैं। हालांकि हैरानी इस बात पर है कि लगभग हर जगह पुलिस को शराब तो मिली है, लेकिन शराब माफिया नहीं।
नवी मुंबई पुलिस ने अवैध शराब की भट्टियों पर कार्रवाई करते हुए हज़ारों लीटर शराब जब्त की, और कई लोगों को हिरासत में लिया है। पालघर में भी पुलिस ने कई लीटर अवैध शराब जब्त की है। पुलिस की कई टीमें शराब भठ्ठियों पर कार्रवाई में जुटी हैं।
पनवेल, न्हावा-शेवा और उरण के पहाड़ी इलाकों से पुलिस ने 35 बैरलों में रखी 1750 लीटर देसी शराब जब्त कर उसे नष्ट कर दिया।
नवी मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी सुरेश मेंगड़े ने बताया, "2013 में हमने 4 लाख की अवैध शराब ज़ब्त की थी, 2014 में इसमें तीन गुना से ज्यादा इज़ाफा हुआ और हमने 14 लाख रुपये की शराब ज़ब्त की। इस साल कमिश्नर ने शुरू से ही ध्यान दिया, नवी मुंबई की थोड़ी भौगोलिक स्थिति अलग है... यहां पहाड़ी इलाके ज्यादा हैं, बारिश के दिनों में माफिया को आसानी होती है, इसलिए देसी शराब ज्यादा बनती है। इसे रोकने के लिए हमने स्पेशल स्कॉवड बनाया है, अभी गांव-गांव में छापा मार रहे हैं, कोशिश है नवी मुंबई में कोई हाथ भट्टी की शराब ना बने।"
मालवणी हादसे के बाद नवी मुंबई के कई गांवों में छापेमारी की गई है। कुल 34 एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उधर पालघर जिले के मालजीपाड़ा, भाटपाड़ा इलाकों में भी बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी अवैध शराब की भठ्ठियों पर कार्रवाई में जुटे हैं। हालांकि हैरानी इस बात पर है कि लगभग हर जगह पुलिस को शराब तो मिली है, लेकिन शराब माफिया नहीं।
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