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This Article is From Apr 03, 2018

फेक न्यूज देने पर पत्रकार की रद्द होगी मान्यता, कांग्रेस ने उठाए सरकार की मंशा पर सवाल तो स्मृति ईरानी ने दिया जवाब

सरकार की ओर से जारी की गई इस गाइडलाइन पर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने सवाल उठाए तो स्मृति ईरानी ने तुरंत ही जवाब देने में देर नहीं लगाई.

फेक न्यूज देने पर पत्रकार की रद्द होगी मान्यता, कांग्रेस ने उठाए सरकार की मंशा पर सवाल तो स्मृति ईरानी ने दिया जवाब
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल के सवालों को जवाब दिए हैं.
  • अहमद पटेल ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए
  • पूछा- कौन तय करेगा फेक न्यूज
  • स्मृति ईरानी ने भी जवाब दिया
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नई दिल्ली: फ़ेक न्यूज़ को लेकर सूचना प्रसारण मंत्रालय ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. पहली बार फ़ेक न्यूज़ चलाने पर पत्रकार की मान्यता 6 महीने के लिए, दूसरी बार एक साल और तीसरी बार फेक न्यूज़ चलाने पर हमेशा के लिए मान्यता रद्द हो सकती है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा, 'पत्रकारों की मान्यता के लिये संशोधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक अगर फर्जी खबर के प्रकाशन या प्रसारण की पुष्टि होती है तो पहली बार ऐसा करते पाये जाने पर पत्रकार की मान्यता छह महीने के लिये निलंबित की जायेगी और दूसरी बार ऐसा करते पाये जाने पर उसकी मान्यता एक साल के लिये निलंबित की जायेगी. इसके अनुसार, तीसरी बार उल्लंघन करते पाये जाने पर पत्रकार (महिला/पुरूष) की मान्यता स्थायी रूप से रद्द कर दी जायेगी.'

मंत्रालय ने कहा कि अगर फर्जी खबर के मामले प्रिंट मीडिया से संबद्ध हैं तो इसकी कोई भी शिकायत भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) को भेजी जायेगी और अगर यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबद्ध पाया जाता है तो शिकायत न्यूज ब्रॉडकास्टर एसोसिएशन (एनबीए) को भेजी जाएगी ताकि यह निर्धारित हो सके कि खबर फर्जी है या नहीं. मंत्रालय ने कहा कि इन एजेंसियों को 15 दिन के अंदर खबर के फर्जी होने का निर्धारण करना होगा.

वीडियो : फेक न्यूज का जंजाल

लेकिन सरकार की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देश पर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि कहीं फेक न्यूज के नाम पर पत्रकारों को ऐसी खबरें बताने से रोकना नहीं है जिससे सरकार असहज महसूस करे. उन्होंने पूछा कि ये कौन तय करेगा कि खबर फर्जी है. उन्होंने आशंका जताई कि इस नियम का दुरुपयोग पत्रकारों को परेशान करने के लिए किया जा सकता है. वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने अहमद पटेल के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रेस परिषद और न्यूज ब्रॉडकास्ट एसोसिएशन जो कि सरकार का हिस्सा नहीं हैं, तय करेंगी कौन सी फर्जी है. 

इनपुट : भाषा से भी
 

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