
गुजरात सरकार ने नागरिकों को राहत देते हुये गुरुवार को निजी प्रयोगशालाओं में कोविड—19 जांच शुल्क को घटा कर चार हजार रुपये से 2500 कर दिया है. इस घोषणा से दस दिन पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने दावा किया था कि गुजरात में विभिन्न राज्यों की अपेक्षा निजी प्रयोगशालाओं में कोविड—19 जांच महंगी है. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि सरकार की ओर से अधिकृत प्रयोगशालायें अब कोविड—19 जांच के लिये चार हजार रुपये के बदले 2500 रुपये लेंगी.
पटेल ने कहा कि नया शुल्क जल्दी ही प्रभावी होगा. उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति डॉक्टर की पर्ची के साथ अगर प्रयोगशाला में जाता है तो उसे 2500 रुपये अदा करना होगा और अगर वह प्रयोगशाला सहायक को नमूना एकत्र करने के लिये अपने घर बुलाता है तो उसे तीन हजार रुपये देने होंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से अधिकृत शुल्क से अधिक अगर कोई निजी प्रयोगशाला वसूल करती है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा. इस बीच सरकार की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुये विपक्ष के नेता परेश धनानी ने कहा कि कोरोना वायरस जांच के लिये लोगों से एक हजार रुपये से अधिक वसूल नहीं किया जाना चाहिये.
इससे पहले 15 जून को एक ट्वीट में राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने पूछा था कि अहमदाबाद के निजी लैब कोरोना वायरस जांच के लिये क्यों 4500 रुपये वसूल कर रहे हैं जबकि मुंबई में यह दर 2200 रुपये है.
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