कालाधन पर धमकी नहीं देने की कांग्रेस की टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा लोकतंत्र में किसी की धमकी न तो चली है, न चलेगी।
मोदी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में न कभी धमकियां चली हैं और न कभी चल सकती हैं। मुझे गुजरात में 14 वर्षों तक पत्र मिलते रहे, जेल में भेजने की धमकियां मिलती रही। क्या खेल खेला जा रहा था, मुझे पता है।’’ राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपातकाल के दौरान क्या कुछ जुल्म नहीं हुए थे, लेकिन देश झुका नहीं। इससे बड़ी धमकी क्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि धमकियों का चरित्र क्या होता है, यह किसकी भाषा है, यह सबको पता है, इसलिए कृपा करके उस बात को किसी के मुंह में डालने का प्रयास नहीं करें जो बात नहीं कही गई है।
इससे पहले प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा था, ‘‘आपने दूसरे सदन (लोकसभा) में कहा कि आप कालाधन मामले में किसी को छोड़ेंगे नहीं, वह चाहे जो हो। क्या आपको किसी ने ऐसा आवेदन दिया है। हमें ऐसी धमकी नहीं दें। ऐसी धमकियों से कोई डरने वाला नहीं है। आप अपना वादा पूरा करें।’’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं