प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से मुलाकात की और उन्हें विश्व प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान सत्यार्थी ने 'स्वच्छ भारत अभियान' और 'सांसद आदर्श ग्राम योजना' में योगदान के प्रति उत्सुकता दिखाई।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, बाल तस्करी एवं बाल श्रम के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सत्यार्थी से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री लापता बच्चों का पता लगाने में सोशल मीडिया और इंटरनेट के इस्तेमाल पर नोबेल पुरस्कार विजेता की राय से अवगत हुए।
बयान में कहा गया, 'कैलाश सत्यार्थी ने 'स्वच्छ भारत' एवं 'सांसद आदर्श ग्राम योजना' पर प्रधानमंत्री की पहलों के प्रति उत्साह जाहिर किया और कहा कि वह इन मुद्दों में अपना योगदान करने को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने बाल श्रम मुक्त भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।'
मोदी ने कहा कि उन्होंने गांधीनगर में दुनिया की पहली 'चिल्ड्रंस यूनिवर्सिटी' की स्थापना की थी और सत्यार्थी को भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी।
मोदी के ट्विटर अकाउंट ने एक तस्वीर जारी की जिसमें प्रधानमंत्री को सत्यार्थी से गले मिलते दिखाया गया है। प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान सत्यार्थी के परिजन भी उनके साथ थे।
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