दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह अब जनता दरबार नहीं लगाएंगे। केजरीवाल ने आज कहा कि वह जनता दरबार की जगह अब लोगों की शिकायतें सुनने के लिए हेल्पलाइन और कॉल सेंटर शुरू कर रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि लोग हर विभाग की शिकायतें इन हेल्पलाइन और कॉल सेंटर्स में कर पाएंगे हालांकि वह हफ्ते में एक दिन 3 घंटे जनता से जरूर मिलेंगे।
इस पर बीजेपी नेता हर्षवर्धन ने कहा है कि जनता की समस्याएं सुलझाने के लिए सभी विकल्प खुले रखने चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पहले जनता दरबार लगाने का फैसला लेते हैं और फिर खुद ही बंद भी कर देते हैं।
इससे पूर्व शनिवार को ‘जनता दरबार’ में हुई अव्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए बीच में ही बैठक छोड़ कर उठना पड़ा था। मुख्यमंत्री ने यह भी माना था कि बैठक के लिए किए गए प्रबंध पर्याप्त नहीं थे।
दिल्ली सचिवालय के बाहर जनता से मुलाकात के दौरान जब भीड़ बेकाबू हो गई, तो पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री को उनके कार्यालय ले गए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं