वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आर्थिक पैकेज की पांचवीं किस्त की घोषणा करते हुए रविवार को कहा कि सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में निश्चित रूप से खर्च बढ़ाएगी. सभी जिलों में संक्रामक रोग सेंटर होंगे. ब्लॉक लेवल पर लैब स्थापित की जाएंगी. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ और वेलनेस सेंटर बढ़ाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि देशभर में लैब नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा. महामारी को नियंत्रित करने के लिए सभी जिले एवं ब्लॉक स्तर पर एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य लैब (Public Health Lab) स्थापित की जाएंगी.
वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से उपजी समस्याओं और संकट के बीच अवसर तलाश किया जा रहा है. आज भी कई क्षेत्रों में सुधार की घोषणा की जाएगी. 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में सभी का ध्यान रखनी की कोशिश की गई है. डीबीटी के जरिये लाभार्थियों तक सहायता राशि भेजी जा रही है. यह तभी संभव हो पाया जब हम आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल पिछले चार सालों से अधिक समय से कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नाफेड, एफसीआई और राज्य सरकारों का धन्यवाद कहना चाहूंगी कि जो ऐसे संकट के समय मे गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज देने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. वित्त मंत्री ने बताया कि 20 करोड़ जनधन खातों में पैसे भेजे गए जिसमें 10025 करोड़ की मदद दी गई. उज्ज्वला योजना के तहत 6.81 करोड़ फ्री सिलेंडर दिए गए. गरीबों के लिए फ्री अनाज मुहैया कराया जा रहा है. निर्माण कार्य में मज़दूरों की मदद की जा रही है. 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपये की किस्त डाली गई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं