कोरोना महामारी के बाद अब निपाह वायरस (Nipah virus) लोगों को डरा रहा है. केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस का एक मामला सामने आया था और इस वायरस की चपेट में आकर 14 साल के एक लड़के की मौत हो गई. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक बयान जारी कर कहा कि निपाह वायरस से मरने वाले व्यक्ति के संपर्क में आए 11 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है.
निपाह वायरस से मरने वाले व्यक्ति के संपर्क में आए 266 लोगों में से अबतक 26 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. संपर्क में आए करीब 81 लोग स्वास्थ्यकर्मी थे. कोझीकोड जिले में 2018, 2021 और 2023 में तथा एर्नाकुलम जिले में 2019 में निपाह का प्रकोप सामने आया था. कोझिकोड, वायनाड, इडुक्की, मलप्पुरम और एर्नाकुलम जिलों के चमगादड़ों में निपाह वायरस ‘एंटीबॉडी' की उपस्थिति पाई गई थी.
कैसे फैलता है निपाह वायरस?
जानकारी के अनुसार निपाह वायरस फल खाने वाले चमगादड़ों से मनुष्यों में फैलता है. संक्रमित चमगादड़ों या फिर खराब भोजन के संपर्क में आने से यह वायरस फैल सकता है. किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी निपाह वायरस इंसानों के बीच फैल सकता है. निपाह वायरस लोगों में गंभीर बीमारी और मृत्यु का कारण बनता है.
निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस के कुछ लक्षण कोविड के समान ही होने हैं. इस वायरस से संक्रमित होने पर बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षण पाए जाते हैं. कुछ लोगों को श्वसन संकट सहित गंभीर श्वसन समस्याओं का सामना करता पड़ता है. कई बार लोग गंभीर रुप से बीमार पड़न् पर 24 से 48 घंटों के भीतर कोमा में चले जाते हैं.
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