- एनआईए की टीम ने फरीदाबाद के गांव धोज में टैक्सी ड्राइवर के घर से आटा चक्की और इलेक्ट्रिकल मशीन बरामद किए हैं
- एनआईए ने टैक्सी ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, जिसने मुजम्मिल के साथ संपर्क और सहयोग स्वीकार किया है
- आटा चक्की और मशीनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जहां से अमोनियम नाइट्रेट के सैंपल लिए जाएंगे
आतंकी डॉक्टरों ने फरीदाबाद में न केवल अमोनियम नाइट्रेट का 3 हजार किलो का जखीरा गांव के गोपनीय ठिकानों में इकट्ठा किया था, बल्कि इस उर्वरक को पीसकर बारूद के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए आटा चक्की भी लगा रखी थी. सूत्रों के अनुसार, आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल के घर ऐसी ही आटा चक्की की मशीनें मिली हैं. जांच एजेंसियों को शक है कि इन मशीनों का इस्तेमाल तबाही का सामान तैयार करने के लिए किया जा रहा ता.
एनआईए की टीम ने बुधवार की देर रात फरीदाबाद के गांव धोज में रह रहे एक टैक्सी ड्राइवर के घर से आटा चक्की और कुछ इलेक्ट्रिकल मशीन बरामद किया. आटा चक्की का इस्तेमाल डॉक्टर मुजम्मिल धोज में किराए पर लिए उसके कमरे में करता था, जहां से 9 नवंबर को जम्मू कश्मीर और फरीदाबाद की पुलिस ने 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक बरामद किया था.
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फरीदाबाद से ड्राइवर हिरासत में
सूत्रों के मुताबिक, हॉस्टल के जिस कमरा नंबर 15 से विस्फोटक और आईडी का समान बरामद हुआ, यहीं पर मुजम्मिल ग्राइंडर से यूरिया पीसता था.
उन्होंने बताया कि इस मामले में फरीदाबाद के धौज इलाके से शब्बीर नाम के एक ड्राइवर को जांच एजेंसियों ने हिरासत में लिया है और उसके घर से ग्राइंडर, आटा पीसने की चक्की और कुछ इलेक्ट्रॉनिक मशीनें बरामद की है. इन मशीनों से मैटल को भी पीसा जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, इन मशीनों से डॉक्टर मुजम्मिल यूरिया पीसा करता था. इसके बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी से चुराए कैमिकल को मिलाकर विस्फोटक तैयार किया जाता था.
सूत्रों ने बतायाा कि डॉक्टर मुजम्मिल की निशानदेही पर इस ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है. ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि मुजम्मिल ड्राइवर के घर ये मशीन लेकर आया था और कहा था कि उसकी बहन की शादी के लिए गिफ्ट देने के लिए लाया है.बाद में इन मशीनों को वो धौज ले गया और होस्टल के कमरा नंबर 15 में जहां से 358 किलो विस्फोटक मिला, यही वो यूरिया पीसा करता था.
क्या करता था आटा चक्की में
सूत्रों की माने तो मुजम्मिल उस कमरे में यूरिया को आटा चक्की में पीसकर पहले बारीक करता था, फिर इलेक्ट्रिकल मशीन से उसको रिफाइन कर इकट्ठा करता था. साथ ही केमिकल तैयार करता था. एनआईए की टीम टैक्सी ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीम को डॉक्टर मुजम्मिल ने पूछताछ में बताया कि वह काफी समय से यूरिया से अमोनियम नाइट्रेट को रिफाइंड करने के लिए आटा पीसने वाली चक्की का इस्तेमाल करता था. उसकी निशानदेही ही पर ही बुधवार रात टैक्सी ड्राइवर के घर पर छापेमारी की गई.
टैक्सी वाले को कैसे फंसाया
ये टैक्सी ड्राइवर मूल रूप से पलवल के असावटी का निवासी है. जानकारी के अनुसार, आटा चक्की और इलेक्ट्रिकल मशीन को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है. उसमें से अमोनियम नाइट्रेट के अंश को सैंपल के लिए अलग किए जाएंगे. टैक्सी ड्राइवर 20 साल से धोज गांव स्थित अपनी बहन के यहां रहता है. वह सैनिक कॉलोनी स्थित छोटे बच्चों के स्कूल के लिए कैब चलता है.
सूत्रों के अनुसार टैक्सी ड्राइवर ने NIA को पूछताछ में बताया है कि करीब 4 साल उसके छोटे बेटे पर गर्म दूध गिर गया था. इससे वह झुलज गया और उसे गंभीर हालत में अल-फलाह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां डॉक्टर ने उसके बेटे का इलाज किया और तब से वह डॉक्टर मुजम्मिल की संपर्क में आया. इसके बाद दोनों में मुलाकात होने लगी.
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