
- NDTV Profit के प्रमुख थॉट लीडरशिप प्लेटफॉर्म IGNITE के स्पेशल दिवाली एडिशन का शुक्रवार को आगाज हुआ
- IGNITE का उद्देश्य प्रॉफिट कमाने के लिए नए विचारों व नई सोच को सामने लाना और संभावनाओं के नए द्वार खोलना है
- कार्यक्रम की शुरुआत NSE के एमडी व सीईओ आशीष कुमार चौहान ने NDTV के सीईओ राहुल कंवल के साथ बेल बजाकर की
NDTV Profit के प्रमुख थॉट लीडरशिप प्लेटफॉर्म IGNITE के स्पेशल दिवाली एडिशन का शुक्रवार को आगाज हो गया. अपने नाम के अनुरूप, IGNITE का मकसद प्रॉफिट कमाने के लिए नए विचारों को प्रज्वलित करना, नई सोच को उजागर करना और संभावनाओं के नए द्वार खोलना है. इस मंच पर भारत के वित्त, व्यापार और मनोरंजन जगत की प्रभावशाली हस्तियां इकट्ठा होकर देश के सुनहरे भविष्य के लिए अपना विजन साझा कर रही हैं.

कार्यक्रम के दौरान एनएसई के एमडी व सीईओ आशीष कुमार चौहान ने NDTV के सीईओ राहुल कंवल के साथ एनएसई में शुक्रवार की ट्रेडिंग खत्म होने पर घंटी बजाई. इस दौरान आशीष कुमार ने घंटी बजाने की परंपरा का अर्थ बताते हुए कहा कि माना जाता है कि आप जितनी जोर से, जितनी बार घंटी बजाएंगे, बाजार उतना ही चढ़ेगा.
NDTV Profit IGNITE के आइडिया को लेकर NDTV के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने कहा कि दिवाली का पर्व प्रकाश, नई चेतना और नई शुरुआतों का उत्सव है. IGNITE भी इसी भावना को साकार करता है. यह प्लेटफॉर्म विजन, विचारों और नवाचार को एक साथ लाकर सम्वत 2082 में भारत के प्रवेश को सार्थक बनाता है. हमारा उद्देश्य ऐसे संवादों को जन्म देना है जो बदलाव की प्रेरणा दें, सहयोग को प्रोत्साहित करें और व्यवसायों, निवेशकों व नीति निर्माताओं के लिए नए मार्ग प्रशस्त करें.
इस दौरान एनडीटीवी प्रॉफिट की मैनेजिंग एडिटर तमन्ना इनामदार ने कहा कि IGNITE आखिर है क्या, इसका आपके लिए क्या मतलब है? उन्होंने कहा कि मेरे लिए इग्नाइट का अर्थ है अपने दिमाग को खोलना, खासकर आजकल की लगातार बदलती परिस्थितियों के मद्देनजर, उथल-पुथल भरे हालात के लिए.

NDTV Profit की मैनेजिंग एडिटर तमन्ना इनामदार ने IGNITE का अर्थ बताया.
उन्होंने कहा कि इग्नाइट का मेरे लिए एक और मतलब है- उम्मीद. इस संवत में, अमेरिकी टैरिफ के साये में इस उम्मीद की बाजार को काफी जरूरत है. भारतीय उपभोक्ताओं को, भारतीय निवेशकों को ग्रोथ की भूख है. वे सिर्फ एसी, टीवी, फ्रिज खरीदने पर निवेश नहीं कर रहे हैं बल्कि भविष्य पर भी पैसा लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सिर्फ दो आईपीओ से ही 4.6 लाख करोड़ रुपये आ चुका है, और इस महीने कम से कम 100 और आने हैं. इसका सिर्फ एक ही मतलब है कि भारत अब रुकने वाला नहीं है. शेयर बाजार के लाल निशान भी उसके कदम नहीं रोक पाएंगे. इसी को देखते हुए एनटीडीवी ने हर साल की तरह दिवाली पर रेगुलर कवरेज से अलग हटकर कुछ पेश करने की कोशिश की है. इसका मकसद नए आइडियाज को प्रेरित करना, नए अवसरों के द्वार खोलना और नए आउटलुक को सामने रखना है.
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