मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) होने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) दावा कर रहे हैं कि वह एक बार फिर सत्ता में वापसी करेंगे. लेकिन क्या जनता फिर शिवराज सिंह को मौका देगी? मध्य प्रदेश की जनता शिवराज सरकार के काम से कितना संतुष्ट है...? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जो मध्य प्रदेश में अगली सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाएंगे. मध्य प्रदेश के मतदाताओं का मूड परखने के लिए NDTV ने सीएसडीएस(CSDS)-लोकनीति(LOKNITI) के साथ मिलकर एक ओपिनियन पोल (NDTV Opinion Poll) किया है. स ओपिनियन पोल में हिंदुस्तान के दिल का चुनावी माहौल परखने की कोशिश की गई है और सर्वेक्षण के रुझान चौंकाने वाले हैं.
शिवराज सरकार के काम से 61% लोग संतुष्ट
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने समाज के हर तबके को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाईं. महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भी कई योजनाओं की शुरुआत की गई. ऐसे में सवाल उठता है कि शिवराज सरकार के काम से जनता कितनी संतुष्ट है? NDTV के ओपिनियन पोल के मुताबिक, 27% लोग शिवराज सरकार के काम से पूरी तरह से संतुष्ट हैं. वहीं, 34% कुछ हद तक संतुष्ट हैं. कुल मिलाकर 61 प्रतिशत लोग शिवराज सरकार के काम से संतुष्ट हैं. हालांकि, राज्य में 34% लोग ऐसे भी हैं, जो शिवराज सरकार के काम से संतुष्ट नहीं हैं.
केंद्र सरकार के काम से 65% लोग संतुष्ट
मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. केंद्र में भी बीजेपी गठबंधन की सरकार सत्ता में हैं. मोदी सरकार ने उज्ज्वला योजना, जनधन योजना और आवास योजना सहित कई ऐसी योजनाएं बनाई हैं, जिसका लाभ करोड़ों लोगों को मिल रहा है. मध्य प्रदेश की 65 प्रतिशत जनता मोदी सरकार के काम से संतुष्ट नजर आती है. वहीं, सिर्फ 16% कुछ हद तक असंतुष्ट और 13% असंतुष्ट नजर आई. यानी ज्यादातर लोग मोदी सरकार के काम से संतुष्ट हैं.
शिवराज या कमलनाथ...किसका काम जनता को ज्यादा भाया
मध्य प्रदेश में पिछले 5 सालों में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने अलग-अलग समय में सत्ता संभाली. 2018-2020 में कमलनाथ सरकार थी, तो 2020-23 से शिवराज सरकार सत्ता में है. मध्य प्रदेश की जनता किस पार्टी के काम से ज्यादा संतुष्ट है-बीजेपी या कांग्रेस? NDTV के ओपिनियन पोल के मुताबिक, कमलनाथ सरकार के काम से जहां 34% लोग संतुष्ट थे, वहां शिवराज सरकार के काम से 36% लोग संतुष्ट हैं. मध्य प्रदेश में 13 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं, जो दोनों पार्टियों की सरकार से संतुष्ट हैं. वहीं, 11 फीसदी लोग दोनों ही पार्टियों के कामों से असंतुष्ट हैं.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी कांटे की टक्कर
मध्य प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. ओपिनियन पोल के रुझान बताते हैं कि इस बार भी मध्य प्रदेश में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.
बता दें इस ओपिनियान पोल का सैंपल साइज 3019 है और इसमें 30 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया.
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