वाराणसी के रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर में हुए 'इलेक्शन कार्निवल' में NDTV ने वोटर्स से चुनावी मुद्दे जानने की कोशिश की.
वाराणसी: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में वाराणसी सीट (Varanasi Seat)पर दुनिया भर की नजर है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा का गढ़ रहे इस सीट पर प्रधानमंत्री मोदी के चुनाव लड़ने के बाद से काफी विकास हुआ है. दुनिया भर में वाराणसी की अलग पहचान बनी है. चुनाव में देश के मिजाज को जानने के लिए NDTV Election Carnival की टीम दिल्ली, हरिद्वार, मेरठ, भरतपुर, लखनऊ, मैनपुरी और अयोध्या के बाद सोमवार (15 अप्रैल) को वाराणसी पहुंची. रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर में हुए 'इलेक्शन कार्निवल' में NDTV ने वोटर्स से चुनावी मुद्दे भी जानने की कोशिश की. भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रवींद्र जायसवाल, कांग्रेस के प्रवक्ता संजीव सिंह व समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष दिलीप डे ने भी कार्यक्रम में शामिल होकर अपना-अपना पक्ष रखा.
कार्यक्रम के दौरान एक युवा ने रोजगार का मुद्दा उठाया तो विरोध में कई लोग खड़े हो गए. एक युवा ने तो यहां तक कह दिया कि काम सबको मिल रहा है. काम उन्हीं को नहीं मिल रहा है, जो काम करना ही नहीं चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने हमें रिस्क लेना सिखाया है. पीएम मोदी ने स्टार्ट अप इंडिया दिया है. आप बाहर निकलिए. काम की कोई कमी नहीं है. बनारस की महिला वोटर्स ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा तो महिला आरक्षण का था, जो पीएम मोदी ने हमें दे दिया है. दूसरी बात, जो लोग कह रहे हैं कि वाराणसी में विकास नहीं हुआ है तो इसका मतलब उनके आंखों पर पट्टी बंधी हुई है. उनको विकास नहीं दिख रहा है. आप रुद्राक्ष कंवेंशन देखिए, आप शास्त्री घाट देखिए, आप काशी की गलियां देखिए. आज से दस साल पहले जो कॉलोनियां गांव हुआ करती थीं, जहां सीवर तक नहीं था, आज वहां सीवर बन गया है. कांग्रेस के महिला आरक्षण का श्रेय लेने पर महिला वोटरों ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने आरक्षण महिलाओं को दिया है. हमारे पीएम मोदी ने माताओं-बहनों का सोचा है. वह गरीब के बेटे हैं. उन्होंने गरीबों का सोचा है.