नई दिल्ली:
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि उनकी बेटी इस शहर में खुद को असुरक्षित महसूस करती है।
दिल्ली पुलिस की कटु आलोचक शीला ने स्वीकार किया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधिक घटनाएं स्तब्ध करने वाली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चुनौतियों का मुकाबला बहादुरी और दृढ़ता के साथ करना होगा।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि हमें इसका सामना बहादुरी और दृढ़ता के साथ करना होगा। देश भर में ऐसा हो रहा है।
शीला ने कहा कि ऐसा क्यों होता है कि कोई लड़की सड़क पर चल रही होती है और उसके साथ कोई छेड़छाड़ करता है। हालांकि, हम जब स्कूल या कालेज जाते हैं तो वहां सीटीयां बजाई जाती हैं लेकिन इस तरह की कोई बात नहीं थी।
उन्होंने दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि शहर में महिलाओं के बीच असुरक्षा की भावना को दूर करने के लिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं कानून व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हूं..।’’ यह पूछे जाने पर कि शहर में बेहतर पुलिस प्रणाली के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे उनके पत्र का क्या कोई नतीजा निकला है, इस पर उन्होंने कहा कि बेहतर पुलिस प्रणाली कोई जादू की छड़ी नहीं है।
यह पूछे जाने पर क्या वह इन खबरों से सहमत हैं कि शहर में रोज बलात्कार की चार घटनाएं होती है, उन्होंने इसे स्वीकार करते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि इस तरह के अपराध दर्ज हो रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की कटु आलोचक शीला ने स्वीकार किया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधिक घटनाएं स्तब्ध करने वाली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चुनौतियों का मुकाबला बहादुरी और दृढ़ता के साथ करना होगा।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि हमें इसका सामना बहादुरी और दृढ़ता के साथ करना होगा। देश भर में ऐसा हो रहा है।
शीला ने कहा कि ऐसा क्यों होता है कि कोई लड़की सड़क पर चल रही होती है और उसके साथ कोई छेड़छाड़ करता है। हालांकि, हम जब स्कूल या कालेज जाते हैं तो वहां सीटीयां बजाई जाती हैं लेकिन इस तरह की कोई बात नहीं थी।
उन्होंने दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि शहर में महिलाओं के बीच असुरक्षा की भावना को दूर करने के लिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं कानून व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हूं..।’’ यह पूछे जाने पर कि शहर में बेहतर पुलिस प्रणाली के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे उनके पत्र का क्या कोई नतीजा निकला है, इस पर उन्होंने कहा कि बेहतर पुलिस प्रणाली कोई जादू की छड़ी नहीं है।
यह पूछे जाने पर क्या वह इन खबरों से सहमत हैं कि शहर में रोज बलात्कार की चार घटनाएं होती है, उन्होंने इसे स्वीकार करते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि इस तरह के अपराध दर्ज हो रहे हैं।
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