पुलिस टीम शहाबुद्दीन को लेकर करीब साढ़े आठ बजे तिहाड़ जेल पहुंची...
नई दिल्ली:
आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली के तिहाड़ जेल लाया गया, जहां सीवान के पूर्व सांसद को जेल नंबर दो में रखा गया है. उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद बिहार पुलिस की एक टीम संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस से शहाबुद्दीन को पटना से दिल्ली लेकर आयी. ट्रेन रविवार सुबह आठ बजे राष्ट्रीय राजधानी पहुंची. इससे पहले उसे सीवान जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच पटना ले जाया गया था.
पुलिस टीम शहाबुद्दीन को लेकर करीब साढ़े आठ बजे तिहाड़ जेल पहुंची, जहां उसकी चिकित्सा जांच की गयी और उसके बाद जेल नंबर दो में रखा गया. इस जेल में गैंगस्टर छोटा राजन को भी रखा गया है.
तिहाड़ जेल के महानिदेशक सुधीर यादव ने कहा, "शहाबुद्दीन को सुबह के करीब साढ़े आठ बजे यहां लाया गया. दो डॉक्टरों ने उसकी चिकित्सा जांच की, जिसके बाद उसे जेल नंबर दो में रखा गया, जिसमें दोषियों को रखा जाता है." अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है और शहाबुद्दीन के तिहाड़ में रहने के दौरान किसी भी तरह की घटना को रोकने के लिए तमिलनाडु विशेष पुलिस बल के जवानों को लगाया गया है.
उच्चतम न्यायालय ने 15 फरवरी को करीब 45 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन को बिहार के सीवान जेल से एक सप्ताह के भीतर तिहाड़ जेल लाने का आदेश दिया था. दो अलग-अलग घटनाओं में अपने तीन बेटे गंवा चुके चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू और आशा रंजन ने याचिका दायर कर राजद नेता को तिहाड़ जेल में रखने का आग्रह किया था, जिसके बाद उच्चतम न्यायालय ने यह आदेश दिया था. आशा पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी हैं, जिनकी सीवान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. शहाबुद्दीन को संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस के एस 2 कोच में पटना से दिल्ली लाया गया.
पुलिस टीम शहाबुद्दीन को लेकर करीब साढ़े आठ बजे तिहाड़ जेल पहुंची, जहां उसकी चिकित्सा जांच की गयी और उसके बाद जेल नंबर दो में रखा गया. इस जेल में गैंगस्टर छोटा राजन को भी रखा गया है.
तिहाड़ जेल के महानिदेशक सुधीर यादव ने कहा, "शहाबुद्दीन को सुबह के करीब साढ़े आठ बजे यहां लाया गया. दो डॉक्टरों ने उसकी चिकित्सा जांच की, जिसके बाद उसे जेल नंबर दो में रखा गया, जिसमें दोषियों को रखा जाता है." अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है और शहाबुद्दीन के तिहाड़ में रहने के दौरान किसी भी तरह की घटना को रोकने के लिए तमिलनाडु विशेष पुलिस बल के जवानों को लगाया गया है.
उच्चतम न्यायालय ने 15 फरवरी को करीब 45 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन को बिहार के सीवान जेल से एक सप्ताह के भीतर तिहाड़ जेल लाने का आदेश दिया था. दो अलग-अलग घटनाओं में अपने तीन बेटे गंवा चुके चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू और आशा रंजन ने याचिका दायर कर राजद नेता को तिहाड़ जेल में रखने का आग्रह किया था, जिसके बाद उच्चतम न्यायालय ने यह आदेश दिया था. आशा पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी हैं, जिनकी सीवान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. शहाबुद्दीन को संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस के एस 2 कोच में पटना से दिल्ली लाया गया.
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