मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
मुंबई:
बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक के भूमिपूजन के लिए मुंबई पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाषण तो बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में दे रहे थे, लेकिन उनके निशाने पर बिहार चुनाव और दलित वोटर थे। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को पूरे देश में संविधान दिवस मनाया जाएगा।
भाषण में निशाने पर बनी रही कांग्रेस
डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक के भूमिपूजन के बाद मोदी ने कहा 'बीजेपी आरक्षण विरोधी नहीं है। उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह झूठ फैलाया जा रहा है कि बीजेपी आएगी तो आरक्षण खत्म कर देगी। मैंने गरीबी देखी है यह देश गरीब, पीड़ित, शोषित को छोड़कर आगे नहीं बढ़ सकता है।' बाबा साहेब के स्मारकों के लिए अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए मोदी ने कहा 'डॉ बाबा साहेब अंबेडकर के लिए पंचतीर्थ बनाने का सौभाग्य हमें ही मिला। मुंबई में जेपी से लेकर डॉ भीमराव अंबेडकर तक को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार-बार दुहराया कि वे राजनीति नहीं करने आए हैं, लेकिन मुंबई में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद उनके भाषण में हर बार निशाने पर कांग्रेस ही रही। हालांकि उन्होंने पार्टी का सीधे-सीधे नाम नहीं लिया।
मांग पूरी हुई बिहार चुनाव से पहले
मुंबई में बाबा साहेब के स्मारक के लिए उग्र आंदोलन हो चुका है। बीजेपी के सहयोगी दल आरपीआई आठवले लंबे वक्त से मिल की जमीन स्मारक के लिए देने की मांग रहे थे। सारी मांगें पूरी हुईं बिहार चुनाव से ठीक पहले। 7.4 हैक्टेयर जमीन पर 400 करोड़ रुपये खर्च कर स्मारक बनाया जाएगा। यहां बाबा साहेब की मूर्ति और विशाल स्तूप भी बनाया जाएगा। इस मौके पर दलित नेताओं को मोदी ने शिक्षित होने, संगठित होने का भी पाठ पढ़ाया। उन्होंने लंदन से लेकर दिल्ली तक बाबा साहेब की स्मृतियों को सहेजने की कोशिश का जिक्र किया, उन्हें पंचतीर्थ का नाम दिया, लेकिन साथ में कांग्रेस को कोस भी लिया। उन्होंने कहा कि 'मैं राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन क्या कारण है कि उनका तेल चित्र तक संसद में रखने के लिए वे सरकारें सहमत नहीं थीं। भारत रत्न हम जानते हैं कि औरों को कब मिला और उन्हें दिलवाने के लिए कितनी कोशिशें करनी पड़ीं। किस तरह के सामंती मानसिकता के लोग हैं। वे गली के बेटे को स्वीकार करने के लिए कभी तैयार नहीं होंगे।'
मोदी के बयानों पर तीखी प्रतिक्रियाएं
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्वीट पर अपनी नाराजगी जताई। कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा वे दलितों, शोषितों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। सिर्फ अपने फायदे के लिए वे महान नेताओं का नाम लेते हैं। वहीं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी ट्वीट कर कहा मोदी बताएं कि आरक्षण पर बाबा साहेब और कर्पूरी जी को संघ वालों ने किन-किन जातिसूचक नारों और गालियों से सम्बोधित किया?
भाषण में निशाने पर बनी रही कांग्रेस
डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक के भूमिपूजन के बाद मोदी ने कहा 'बीजेपी आरक्षण विरोधी नहीं है। उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह झूठ फैलाया जा रहा है कि बीजेपी आएगी तो आरक्षण खत्म कर देगी। मैंने गरीबी देखी है यह देश गरीब, पीड़ित, शोषित को छोड़कर आगे नहीं बढ़ सकता है।' बाबा साहेब के स्मारकों के लिए अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए मोदी ने कहा 'डॉ बाबा साहेब अंबेडकर के लिए पंचतीर्थ बनाने का सौभाग्य हमें ही मिला। मुंबई में जेपी से लेकर डॉ भीमराव अंबेडकर तक को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार-बार दुहराया कि वे राजनीति नहीं करने आए हैं, लेकिन मुंबई में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद उनके भाषण में हर बार निशाने पर कांग्रेस ही रही। हालांकि उन्होंने पार्टी का सीधे-सीधे नाम नहीं लिया।
मांग पूरी हुई बिहार चुनाव से पहले
मुंबई में बाबा साहेब के स्मारक के लिए उग्र आंदोलन हो चुका है। बीजेपी के सहयोगी दल आरपीआई आठवले लंबे वक्त से मिल की जमीन स्मारक के लिए देने की मांग रहे थे। सारी मांगें पूरी हुईं बिहार चुनाव से ठीक पहले। 7.4 हैक्टेयर जमीन पर 400 करोड़ रुपये खर्च कर स्मारक बनाया जाएगा। यहां बाबा साहेब की मूर्ति और विशाल स्तूप भी बनाया जाएगा। इस मौके पर दलित नेताओं को मोदी ने शिक्षित होने, संगठित होने का भी पाठ पढ़ाया। उन्होंने लंदन से लेकर दिल्ली तक बाबा साहेब की स्मृतियों को सहेजने की कोशिश का जिक्र किया, उन्हें पंचतीर्थ का नाम दिया, लेकिन साथ में कांग्रेस को कोस भी लिया। उन्होंने कहा कि 'मैं राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन क्या कारण है कि उनका तेल चित्र तक संसद में रखने के लिए वे सरकारें सहमत नहीं थीं। भारत रत्न हम जानते हैं कि औरों को कब मिला और उन्हें दिलवाने के लिए कितनी कोशिशें करनी पड़ीं। किस तरह के सामंती मानसिकता के लोग हैं। वे गली के बेटे को स्वीकार करने के लिए कभी तैयार नहीं होंगे।'
मोदी के बयानों पर तीखी प्रतिक्रियाएं
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्वीट पर अपनी नाराजगी जताई। कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा वे दलितों, शोषितों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। सिर्फ अपने फायदे के लिए वे महान नेताओं का नाम लेते हैं। वहीं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी ट्वीट कर कहा मोदी बताएं कि आरक्षण पर बाबा साहेब और कर्पूरी जी को संघ वालों ने किन-किन जातिसूचक नारों और गालियों से सम्बोधित किया?
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