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This Article is From Jun 22, 2023

केंद्र सरकार की सहयोग से माइक्रोन गुजरात में लगाएगी 2.75 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर संयंत्र

माइक्रोन ने कहा, ‘‘नए संयंत्र में डीआरएएम और एनएएनडी दोनों उत्पादों की असेंबली एवं परीक्षण विनिर्माण हो सकेगा और स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आने वाली मांग भी पूरी की जा सकेगी.’’

केंद्र सरकार की सहयोग से माइक्रोन गुजरात में लगाएगी 2.75 अरब डॉलर का सेमीकंडक्टर संयंत्र
नई दिल्ली:

कंप्यूटर चिप बनाने वाली कंपनी माइक्रोन गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर असेंबली एवं परीक्षण संयंत्र लगाएगी जिस पर कुल 2.75 अरब डॉलर (लगभग 22,540 करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा. माइक्रोन ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि दो चरणों में विकसित किए जाने वाले इस संयंत्र पर वह अपनी तरफ से 82.5 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी. बाकी राशि का निवेश केंद्र एवं राज्य सरकारों की तरफ से किया जाएगा. अमेरिकी कंपनी ने कहा कि भारत सरकार की संवर्द्धित असेंबली, परीक्षण, मार्किंग एवं पैकेजिंग (एटीएमपी) योजना के तहत इस सेमीकंडक्टर संयंत्र को मंजूरी दी गई है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार परियोजना की कुल लागत के 50 प्रतिशत हिस्से का वित्तीय समर्थन देगी जबकि 20 प्रतिशत राशि गुजरात सरकार की तरफ से दी जाएगी.

माइक्रोन ने कहा, ‘‘गुजरात में इस असेंबली एवं परीक्षण संयंत्र का चरणबद्ध निर्माण वर्ष 2023 में ही शुरू हो जाने की उम्मीद है. पहले चरण में पांच लाख वर्ग फुट क्षेत्र विकसित किया जाएगा और वर्ष 2024 के अंत तक इसका परिचालन शुरू हो जाएगा.'' कंपनी ने कहा कि इस संयंत्र के दूसरे चरण का निर्माण कार्य इस दशक के उत्तरार्द्ध में शुरू होने की उम्मीद है. कंपनी के मुताबिक, इस संयंत्र के लिए गुजरात का चयन इसके विनिर्माण ढांचे, अनुकूल कारोबारी परिवेश और प्रतिभा की मौजूदगी के आधार पर किया गया है.

कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय मेहरोत्रा ने कहा, 'हम स्थानीय स्तर पर सेमीकंडक्टर परिवेश तैयार करने के लिए उठाए जा रहे भारत के कदमों को लेकर रोमांचित हैं. गुजरात संयंत्र की स्थापना से अपनी वैश्विक उपस्थिति के विस्तार में मदद मिलेगी.' सेमीकंडक्टर चिप विनिर्माता ने कहा कि कुल 2.75 अरब डॉलर के निवेश से स्थापित होने वाले इस संयंत्र से करीब 5,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा जबकि 15,000 लोगों को कई साल तक परोक्ष रोजगार मिलता रहेगा.

माइक्रोन ने कहा, ‘‘नए संयंत्र में डीआरएएम और एनएएनडी दोनों उत्पादों की असेंबली एवं परीक्षण विनिर्माण हो सकेगा और स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आने वाली मांग भी पूरी की जा सकेगी.'' सूचना प्रौद्योगिकी एवं दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि माइक्रोन के इस संयंत्र की स्थापना से भारत के सेमीकंडक्टर परिदृश्य में आमूलचूल बदलाव आएंगे और हजारों लोगों को रोजगार मिलेंगे. उन्होंने कहा, 'यह निवेश देश में सेमीकंडक्टर परिवेश के उभार में एक अहम पड़ाव साबित होगा.'

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी इस निवेश योजना का स्वागत करते हुए कहा, 'एक सेमीकंडक्टर देश के तौर पर भारत के विकास के रोडमैप में यह एक बहुत बड़ा पड़ाव है.'

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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