प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश में एक डाककर्मी द्वारा करीब एक करोड़ रुपये की राशि का गबन किए जाने का मामला सामने आया है. मथुरा जनपद में एक डाककर्मी द्वारा खाताधारकों के खातों से करीब एक करोड़ रुपये की राशि का गबन किए जाने के बाद विभाग सभी बचत खातों का वेरिफिकेशन करवा रहा है. मथुरा के प्रवर डाक अधीक्षक उमराव सिंह ने बताया, ‘शहर के कृष्णानगर उपडाकघर के क्लर्क सचिन अग्रवाल ने पोस्टमास्टर के सरकारी खाते के माध्यम से एक करोड़ से अधिक रुपये अपने खाते में हस्तांतरित कर लिए. मामला सामने आने के बाद विभाग बचत खातों का वेरिफिकेशन करा रहा है.’
उन्होंने बताया कि कृष्णानगर डाकघर से संबंधित कुछ शिकायतें मिलने के बाद की गई प्रारंभिक जांच में कर्मचारी सचिन अग्रवाल द्वारा सरकारी खातों से करीब एक करोड़ की धनराशि के गबन का प्रमाण मिला है. प्रारंभिक जांच के बाद विभाग ने सचिन सहित इसमें शामिल सभी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, उक्त मामले से जुड़े सभी खाते सीज कर दिए गए हैं और आरोपी कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.
सिंह ने कहा, ‘कृष्णानगर उपडाकघर में करीब 20 हजार खाते हैं. जिनमें से कई वर्षों से बंद पड़े हैं, जबकि कुछ का संचालन बिरले ही होता है. ऐसे खातों में गड़बड़ी किए जाने की गुंजाइश काफी ज्यादा है. इसलिए सभी खातों का सत्यापन कराने को कहा गया है.’ उन्होंने बताया कि खातों का मिलान 27 जनवरी को शाम पांच तक कराया जा सकता है. इसके बाद विभाग किसी भी गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
वरिष्ठ अधीक्षक (पोस्ट) ने कहा, ‘पूरे मामले की जांच के लिए सहायक अधीक्षक पीके गुप्ता, निरीक्षक सुभाष चन्द्र, निरीक्षक अशोक सिंह मीना एवं सिस्टम सहायक मनीष कुमार सिंह आदि चार अधिकारियों की कमेटी गठित कर दी गई है.’
(इनपुट एजेंसी से भी)
उन्होंने बताया कि कृष्णानगर डाकघर से संबंधित कुछ शिकायतें मिलने के बाद की गई प्रारंभिक जांच में कर्मचारी सचिन अग्रवाल द्वारा सरकारी खातों से करीब एक करोड़ की धनराशि के गबन का प्रमाण मिला है. प्रारंभिक जांच के बाद विभाग ने सचिन सहित इसमें शामिल सभी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, उक्त मामले से जुड़े सभी खाते सीज कर दिए गए हैं और आरोपी कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.
सिंह ने कहा, ‘कृष्णानगर उपडाकघर में करीब 20 हजार खाते हैं. जिनमें से कई वर्षों से बंद पड़े हैं, जबकि कुछ का संचालन बिरले ही होता है. ऐसे खातों में गड़बड़ी किए जाने की गुंजाइश काफी ज्यादा है. इसलिए सभी खातों का सत्यापन कराने को कहा गया है.’ उन्होंने बताया कि खातों का मिलान 27 जनवरी को शाम पांच तक कराया जा सकता है. इसके बाद विभाग किसी भी गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
वरिष्ठ अधीक्षक (पोस्ट) ने कहा, ‘पूरे मामले की जांच के लिए सहायक अधीक्षक पीके गुप्ता, निरीक्षक सुभाष चन्द्र, निरीक्षक अशोक सिंह मीना एवं सिस्टम सहायक मनीष कुमार सिंह आदि चार अधिकारियों की कमेटी गठित कर दी गई है.’
(इनपुट एजेंसी से भी)
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