मणिपुर (Manipur) में उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में 2 कमांडो की मौत हो गयी थी. ये घटना म्यांमार सीमा के करीब हुई थी. इस घटना के लेकर मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह (Kuldeep Singh) ने गुरुवार को कहा कि मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में कल पुलिस कमांडो पर हुए हमले में म्यांमार के कुछ उग्रवादी शामिल हो सकते हैं. सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि कल, सुबह-सुबह, बड़ी संख्या में कुकी उग्रवादियों ने तीन स्थानों पर कमांडो चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी.
सिंह ने म्यांमार के विद्रोही समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) का जिक्र करते हुए कहा कि मोरेह में सक्रिय पीडीएफ विद्रोही, और शायद म्यांमार की ओर से कुछ आतंकी भी मोरेह में राज्य बलों पर हमला कर सकते हैं. राज्य बल तैयार हैं. हमले कई दिनों से हो रहे हैं, लेकिन अभी गोलियों की आवाज आसपास के इलाकों से नहीं बल्कि दूर-दराज के इलाकों से आ रही है.
कुकी समुदाय में सरकार के खिलाफ है आक्रोश
सुरक्षा सलाहकार की इस टिप्पणियों से पहाड़ियों में कुकी जनजातियों के विरोध प्रदर्शन शुरू होने की संभावना है, गौरतलब है कि मणिपुर सरकार पर कुकियों की तरफ से सरकार पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया जाता रहा है. सिंह ने कहा कि कमांडो कम ऊंचाई पर हैं जबकि उग्रवादी ऊंचे स्थानों से गोलीबारी कर रहे हैं.
विरोध प्रदर्शन के बाद भड़की थी हिंसा
31 अक्टूबर, 2023 को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी चिंगथम आनंद कुमार की हत्या के मामले में कथित संबंधों के लिए पुलिस द्वारा कुकी समुदाय के दो लोगों को गिरफ्तार करने के दो दिन बाद बुधवार की हिंसा भड़क गई थी. कुकी नागरिक समाज समूह इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) की महिला शाखा ने बुधवार को अपने नेताओं हेमखोलाल मटे और फिलिप खैखोलाल खोंगसाई की रिहाई की मांग करते हुए धरना दिया था. जिनके बारे में कुकी समुदाय का कहना है कि सरकार उन्हें गलत तरीके से फंसाना चाहती है.
मणिपुर में हिंसा जारी
बताते चलें कि मणिपुर में स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है. तलहटी के पास दो घाटी इलाकों में आज संदिग्ध विद्रोहियों की गोलीबारी में पिता और पुत्र सहित चार लोगों की मौत हो गई. विष्णुपुर में पिता-पुत्र समेत तीन की और कांगचुप में एक की गोली मार कर हत्या की सूचना है.
बुधवार रात इंफाल से 25 किमी दूर घाटी क्षेत्र थौबल जिले में भीड़ के हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के तीन जवान घायल हो गए. भीड़ ने सरकार से मोरेह में अतिरिक्त सेना भेजने की मांग की थी. सिंह ने कहा कि उन्होंने सुरक्षाबलों के हथियारों के ठिकानों पर भी हमला करने की कोशिश की है. म्यांमार के तमू शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित मोरेह की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए असम राइफल्स और बीएसएफ ने पुलिस कमांडो के साथ गोला-बारूद साझा किया है.
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