पश्चिम बंगाल में जारी ममता बनर्जी vs सीबीआई के हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच भाजपा ने बंगाल सरकार पर करारा हमला बोला है और ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) पर भ्रष्टाचारियों को बचाने का आरोप लगाया है. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच करने का निर्देश दिया था. कोर्ट ने यह भी कहा था कि सीबीआई इस बात की भी जांच करेगी कि इसमें कौन-कौन से लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने 8 मई 2014 को ट्वीट किया था कि 20 लाख लोगों ने चिट फंड घोटाले में अपना पैसा गंवाया, लेकिन वे आज क्या बोल रहे हैं और तब क्या बोल रहे थे ये सब देख रहे हैं. इस मामले में याचिकाकर्ता लेफ्ट और कांग्रेस के समर्थक थे. शारदा घोटाला हमारे सत्ता में आने से पहले का है.
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रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस घोटाले में टीएमसी के कद्दावर नेता मदन मित्रा गिरफ्तार हुए, सुदीप बंदोपाध्याय गिरफ्तार हुए और कई महीने जेल में रहे. दो एमपी भी गिरफ्तार हुए. इसके बावजूद ममता ने कोई टिप्पणी नहीं की. आखिर पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार (Rajeev Kumar) में ऐसी क्या बात है कि ममता धरने पर बैठ गईं. ऐसी संदेहास्पद स्थिति है कि लगता है कि राजदार बहुत कुछ जानता है और राजदार को बचाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि टीएमसी के द्वारा गलतबयानी की जा रही है. सीबीआई ने पुलिस कमिश्नर को तीन बार समन भेजा था. जांच एजेंसी को यह पावर है कि वह किसी को पूछताछ के लिए बुलाए. तीन बार समन गया लेकिन वे पेश नहीं हुए. हर बार अलग-अलग बहाना बनाया. जब सीबीआई ने डीजीपी से कहा कि हमारी मदद करिये तो पुलिस की ओर से कहा गया कि अधिकतर जांच अधिकारी या तो रिटायर हो गए या दूसरी जगह पोस्टेड हैं. इसके बाद सीबीआई ने आगे का ब्योरा मांगा, लेकिन नहीं दिया गया.
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रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस मामले में एक और रोचक बात है. जब बार-बार प्रेशर पड़ा तो कहा गया कि हम लोग एक बैठक कर लेते हैं. यह कोई तमाशा है क्या? बार-बार कहा जा रहा है कि सीबीआई बिना वारंट के कैसे चले आई, लेकिन यह नहीं बताया जा रहा है कि पहले तीन बार समन के बावजूद पुलिस कमिश्नर पेश क्यों नहीं हुए. पुलिस को पावर है कि बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकती है. उन्होंने कहा कि हमारा स्पष्ट आरोप है कि ममता बनर्जी स्वयं और उनकी सरकार भ्रष्ट लोगों को बचा रही है, ताकि घोटाले की जांच न हो सके. इस बात की बहुत आशंका है कि जब राजीव कुमार एसआईटी के प्रमुख थे तो बड़ी संख्या में सबूतों को या तो नष्ट किया गया या छेड़छाड़ की गई. प्रसाद ने कहा कि गठबंधन के जितने सिपाही हैं वे कहीं न कहीं जांच के दायरे में हैं. राहुल गांधी भी बेल पर हैं. हकीकत किसी से छिपी नहीं है. हमारा स्पष्ट कहना है कि ममता बनर्जी बंगाल में भाजपा की बढ़ती ताकत से घबरा गई हैं. पीएम की जबरदस्त सभा हुई. हमारे नेताओं को रैली के लिए परमिशन नहीं मिल रही है. पीएम के कार्यक्रम को नहीं रोक सकते हैं, तो उनके सभास्थल की जगह को ही छोटा कर दिया.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बंगाल में पंचायत चुनावों में क्या हुआ, यह पूरे देश ने देखा. इसके बावजूद बदलाव की बयार बह रही है. ममता अपने आप को गठबंधन का नेता पेश कर रही हैं, लेकिन मायावती और राहुल का क्या होगा. इसके अलावा भी कई छोटे-बड़े नेता हैं. भ्रष्टाचार के सामने जांच एजेंसी नहीं झुकनी चाहिए. साथ ही भाजपा के कार्यकर्ता भी नहीं झुकेंगे. हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं. ममता बनर्जी ने यह पहली बार नहीं किया है. वह पहले कह चुकी हैं कि मुझे भारतीय सेना में विश्वास नहीं है. रॉ की आलोचना कर चुकी हैं. सीआरपीएफ का भी विरोध किया है. सीएजी का भी सहयोग नहीं किया है और चुनाव आयोग के साथ जो करती हैं वो सबको पता है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि टीएमसी लोकतंत्र का गला घोट रही है. याद करिये, जब मोदी जी सीएम थे और उस समय उनके खिलाफ कैसा कैंपेन चलाया गया. क्या कभी मोदी जी ने सीएम रहते कहा कि मैं सीबीआई को गुजरात में घुसने नहीं दूंगा.
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