महाशिवरात्रि का दिन...यानी महाकुंभ के अंतिम दिन उम्मीद की जा रही है कि संगम तट पर श्रद्धालु एक नया कीर्तिमान बनाएंगे. महाकुंभ को देखते हुए प्रशासन ने भारी तैयारी कर रखी है. पूरे मेला क्षेत्र को पहले ही नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. इस बीच प्रयागराज पहुंचने वाली सड़कों पर महाशिवरात्रि से पहले भारी भीड़ देखी गई. रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा. कई ट्रेनें एहतियातन रद्द भी की गई हैं. महाकुंभ में पवित्र डुबकी के लिए अब कुछ ही घंटे का समय बाकी रह गया है इसलिए प्रयागराज की तरफ पहुंचने वाले सारे रास्तों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. बता दें कि माना जा रहा है कि इस बार स्नान का आंकड़ा 67 करोड़ तक पहुंच सकता है. आज भी महाकुंभ में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई. प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या में महाशिवरात्रि के चलते श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ी हुई दिखाई दे रही है. प्रयागराज आने वाले लोग वाराणसी और अयोध्या भी जा रहे हैं. इसी बात को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि वाराणसी आने वाले ...या अयोध्या आने वाले श्रद्धालु बाकी दोनों तीर्थों में भी शामिल हो रहे हैं.
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महाशिवरात्रि पर स्नान के लिए व्यापक इंतजाम
महाकुंभ में बुधवार को महाशिवरात्रि पर स्नान के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं और अधिकारियों ने लोगों से संगम पर एकत्र होने के बदले नजदीकी घाट पर पवित्र स्नान करने की अपील की है. अंतिम स्नान के लिए श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए मंगलवार शाम चार बजे से पूरे मेला क्षेत्र को 'नो व्हीकल जोन' घोषित कर दिया गया है.
महाकुंभ-2025 : महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अंतिम स्नान पर्व
प्रयागराज में महाकुंभ-2025 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था, अखाड़ों की दिव्यता और संतों के आशीर्वाद ने इसे ऐतिहासिक बना दिया. बुधवार को महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अंतिम स्नान पर्व के साथ महाकुंभ संपन्न हो जाएगा. 13 जनवरी से शुरू महाकुंभ में 63 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई.