जयपुर:
कांग्रेस ने शनिवार को कैबिनेट से हटाए गए राजस्थान के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। नर्स भंवरी देवी की गुमशुदगी मामले में कथित संलिप्तता के चलते मदेरणा को अपना पद गंवाना पड़ा है। राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी तलवार लटकने की बात कही जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रभान ने एक बयान में कहा, सीडी के संदर्भ में मामले की गम्भीरता देखते हुए हमने मदेरणा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। ज्ञात हो कि भंवरी देवी जोधपुर के बिलारा इलाके से गत एक सितम्बर से लापता है। उसकी गुमशुदगी में मदेरणा की भूमिका के आरोपों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मदेरणा को कैबिनेट से बाहर कर दिया। भंवरी पर आरोप लगा कि वह मदेरणा को सीडी के आधार पर ब्लैकमेल करने लगी थी। सीडी में दोनों कथित रूप से आपत्तिजनक अवस्था में थे। इससे पहले दिन में मदेरणा के भविष्य पर निर्णय करने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत और चंद्रभान सहित पार्टी नेताओं ने बैठकें कीं। ज्ञात हो कि कुछ समाचार चैनलों पर कथित रूप से मदेरणा और भंवरी देवी की आपत्तिजनक अवस्था वाली सीडी प्रसारित होने के बाद राज्य के नेताओं ने बैठकें कीं। कांग्रेस के एक सूत्र ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर मदेरणा को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इस पूरे मामले से जिस तरीके से निपटा गया है उससे केंद्रीय नेतृत्व ने नाखुशी जाहिर की है। सूत्र ने बताया, प्रदेश कांग्रेस समिति ने जिस तरीके से इस मामले को लिया है उससे अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) नाराज है। एआईसीसी का मानना है कि इससे पार्टी की छवि खराब हुई है। केंद्रीय नेतृत्व ने मदेरणा के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
मदेरणा, कांग्रेस, निलम्बित, गहलौत