मध्य प्रदेश के पीएमटी घोटाले में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पूर्व पीए प्रेम प्रसाद को एसटीएफ ने पेश होने का नोटिस भेजा है।
प्रेम प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए 2012 में अपनी बेटी को मेडिकल सीट दिलवाई थी। घोटाले में नाम आने के बाद से ही प्रेम प्रसाद अंडरग्राउंड हैं और कहा जा रहा है कि उन्होंने अग्रिम जमानत की अर्जी भी दे रखी है।
इस मामले में स्पेशल टास्क फोर्स ने बुधवार से अभी तक 200 लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें मेडिकल छात्र और उनके अभिवावक भी शामिल हैं। उन सभी पर गलत तरीके से दाखिले के लिए घूस देने का आरोप है। हिरासत में लिए लोगों में से करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस घोटाले में न केवल मेडिकल, बल्कि टीचर, नर्स और पुलिस महकमे में भी पैसे लेकर भर्ती करने का आरोप है। घोटाले के आरोप में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है, और वह 24 तारीख तक पुलिस रिमांड पर हैं।
माना जा रहा है कि लक्ष्मीकांत शर्मा को उनके ओएसडी ओपी शुक्ला और मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्ज़ामिनेशन बोर्ड के पूर्व कंट्रोलर पंकज त्रिवेदी के सामने लाकर पूछताछ करवाया जाएगा। ओपी शुक्ला और पंकज त्रिवेदी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की अगली सुनवाई जबलपुर कोर्ट में 30 जून को होनी है।
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