जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ किए गए कथित बल प्रयोग मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उप राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर पुलिस को घाटी में प्रधानमंत्री पैकेज योजना के तहत कार्य करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए. उप राज्यपाल ने कहा है कि घाटी में कश्मीरी पंडितों के घरों के पास सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाएगी.
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में प्रशासन की कथित विफलता और हत्या के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को बडगाम के शेखपुरा में लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले छोड़े थे.
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा, “राहुल भट्ट की हत्या के जरिए लोगों में भय और आतंक का माहौल बनाने की कोशिश की गई. वह बहुत अच्छा कर्मचारी था. हमने इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी सभी पहलुओं से इस मामले की जांच करेगी.''
उन्होंने कहा कि एसआईटी प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग करने के मामले की भी जांच करेगी. सिन्हा ने कहा, ‘‘कश्मीरी पंडितों पर बल प्रयोग मामले की भी जांच की जाएगी. एक सप्ताह के भीतर इनकी तैनाती सुरक्षित स्थानों पर कर दी जाएगी. उनकी कुछ और शिकायतें हैं, उन पर भी गौर किया जाएगा. हम उनके दर्द और समस्याओं को समझते हैं.”
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित कर्मचारी जहां भी रहेंगे, प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. उप राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ बल प्रयोग की कोई जरूरत नहीं है.
सरकार ने राहुल भट्ट की हत्या की जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है.
उन्होंने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से कुछ समय के लिए धैर्य रखने की अपील करते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. सिन्हा ने कहा कि कुछ लोग कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रहा है.
उन्होंने कहा, “मैं सभी राजनेताओं और राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम लोगों से भी अपील करता हूं कि यह एकजुट रहने का समय है ताकि शांतिपूर्ण माहौल बना रहे. कुछ लोग जम्मू-कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उनकी कोशिश कामयाब नहीं होगी. राहुल भट्ट की हत्या में शामिल दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है. पुलिस अन्य आतंकवादियों की तलाश कर रही है.''
उप राज्यपाल ने कहा, ‘‘मैं सभी राजनीतिक दलों से अपील करता हूं कि इन हत्याओं की घटनाओं में शामिल तत्वों के सामाजिक बहिष्कार की अपील जारी करें.''
सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा जिले के अरागाम इलाके के बरार में शुक्रवार को लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. भट्ट की हत्या के पीछे इनका हाथ था.
राजभवन ने उप राज्यपाल की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें कहा गया है कि प्रशासन ने प्रधानमंत्री पैकेज कर्मचारियों का कल्याण और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और उनकी सभी चिंताओं को समयबद्ध तरीके से दूर किया जाएगा.
उप राज्यपाल ने भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पैकेज कर्मचारियों को ऐसे जिले और तहसील मुख्यालयों में तैनात किया जाएगा जो सुरक्षित हैं और जम्मू कश्मीर पुलिस उनकी तथा उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.
उप राज्यपाल ने कहा, ‘‘यह पूरे प्रशासन और देश के लिए संवेदनशील तथा भावुक करने वाला पल है, हमें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना चाहिए. इस हमले में शामिल दो आतंकवादी मारे गए हैं. हमने सुरक्षाबलों को पूरी छूट दी है और शेष बचे आतंकवादियों को जल्द समाप्त कर दिया जाएगा. मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हमले की साजिश रचने वाले और उनके समर्थकों को शीघ्र दंडित किया जाएगा.''
राजभवन से जारी एक बयान के अनुसार उप राज्यपाल ने प्रधानमंत्री पैकेज कर्मचारियों के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ भी गठित किया है और अतिरिक्त सचिव अक्षय लाबरू इसके नोडल अधिकारी होंगे.
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