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This Article is From Feb 27, 2019

पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पंजाब सरकार ने बनाई यह योजना

पंजाब से पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों का पानी रोका जाएगा, केंद्र से मांगे 412 करोड़ रुपये

पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पंजाब सरकार ने बनाई यह योजना
पंजाब सरकार की नदियों का पानी पाकिस्तान में जाने से रोकने के लिए बांध बनाने की योजना है.
चंडीगढ़:

पुलवामा हमले (Pulwama Attack) और इसके बाद बुधवार को भारतीय वायुसेना (IAF) के पायलट को पाक द्वारा बंधक बनाए जाने से देश भर में आक्रोश की लहर है. इस क्रम में पंजाब सरकार ने पाकिस्तान (Pakistan) को सबक सिखाने की योजना बनाई है. वह पंजाब (Punjab) से पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों का पानी रोकने की योजना पर काम कर रही है. इससे जहां पाकिस्तान पानी के लिए तरसेगा वहीं पंजाब में करीब एक लाख एकड़ जमीन पर सिंचाई हो सकेगी.   

पंजाब सरकार ने भारतीय नदियों का पानी पाकिस्तान में जाने से रोकने के लिए एक बांध बनाने के लिए बुधवार को केंद्र सरकार से 412 करोड़ रुपये की मांग की. प्रदेश सरकार ने केंद्र से रावी-उज्ज नदियों पर मकोरा पाटन में बांध निर्माण को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में मान्यता प्रदान करने की मांग की.

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ नई दिल्ली में बुधवार को एक बैठक में पंजाब के ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा और जल संसाधन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने कहा कि बांध का निर्माण होने से पाकिस्तान को मिलने वाले 600 क्यूसेक पानी को रोका जाता सकता है.

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उन्होंने गडकरी को बताया कि इस पानी को कालानौर-रामदास कैनाल प्रणाली में ले जाने के लिए सात किलोमीटर लंबी नहर बनानी होगी. इस पानी का इस्तेमाल एक लाख एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए किया जाएगा. इस परियोजना से प्रदेश सरकार 100 गांवों और छह शहरी इलाकों को स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने में सक्षम होगी.

गडकरी ने प्रदेश सरकार को निर्माण से पहले सभी तकनीकों का अध्ययन करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) सौंपने को कहा. पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा, "(प्रदेश के) मंत्रियों ने केंद्रीय मंत्री से इसे राष्ट्रीय परियोजना के रूप में मंजूरी प्रदान करने की अपील की और परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए निधि जारी करने को कहा ताकि पाकिस्तान को पानी रोका जाए."

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गौरतलब है कि  14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्‍मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्‍मेदारी पाकिस्‍तान स्‍थ‍ित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद ने ली थी. भारत ने इसके अगले दिन ही सेना को खुली छूट देने की बात कही थी और पाकिस्‍तान से 'मोस्‍ट फेवरेट नेशन' दर्जा वापस ले लिया था.

इसके बाद घाटी में हुए सर्च ऑपरेशन में जैश के कई आतंकवादी मारे गए थे. 26 फरवरी की रात में वायु सेना ने अपनी असैन्‍य कार्रवाई में पाकिस्‍तान के बालाकोट स्‍थ‍ित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के कैंप को ध्‍वस्‍त कर दिया था. भारत की इस कार्रवाई का पूरी दुनिया ने समर्थन किया.

VIDEO : पाक की हिरासत में भारतीय वायुसेना का पायलट

(इनपुट आईएएनएस से भी)

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