
ज्यादातर महिलाओं को हर महीने पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानी से दो चार होना पड़ता है. पहला दिन काफी मुश्किलों भरा होता है. पेट में दर्द और बेचैनी इस कदर कि उठना-बैठना मुश्किल हो जाए. लेकिन कामकाजी महिलाओं को तो जैसे दर्द झेलने की आदत सी हो गई है. क्यों कि हर महीने छुट्टी लेना कहां ही पॉसिबल है. लेकिन ऐसी बहुत ही कंपनियां हैं, जो अपनी महिला कर्मचारियों के मुश्किल दिनों का ख्याल रखते हुए उनको महीने में एक या दो दिन की लीव (Menstrual Leave) देती हैं, जिससे वह घर में आराम कर सकें. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले भारत की मल्टीनेशनल कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) ने भी ऐसा ही बड़ा कदम उठाया. इसका फायदा कंपनी की 5,000 महिला कर्मचारियों को होने वाला है.
L&T का बड़ा फैसला, देगी पीरियड्स लीव
L&T ने फैसला लिया है कि उनकी महिला कर्मचारी महीने में एक दिन पीरियड्स लीव या मासिक धर्म अवकाश ले सकेंगी. इसका ऐलान कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एस एन सुब्रह्मण्यन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में किया. वहां काम करने वाली महिलाओं के लिए ये किसी बड़े तोहफे से कम नहीं है. ये पॉलिसी कसे लागू होगी, अब इस पर काम चल रहा है.

इस बीच ये जानना जरूरी है कि भारत में ऐसी और भी बहुत सी कंपनियां हैं, जो अपनी महिला कर्मचारियों को पीरियड्स लीव की सुविधा देती हैं. इनमें स्विगी और ज़ोमैटो भी शामिल हैं. जोमैटो साल 2020 से महिला कर्मचारियों को मासिक धर्म अवकाश देता आ रहा है. देश की कुछ ऐसी ही कंपनियों के बारे में जानिए जो अपनी महिला कर्मचारियों को पीरियड्स लीव की सुविधा दे रही हैं.
भारत में कौन सी कंपनियां देती हैं Menstrual Leave?
- ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी zomato साल 2020 से महिला कर्मचारियों को मासिक धर्म अवकाश देता आ रहा है.
- ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी कंपनी swiggy ने साल 2021 में महिलाओं के लिए दो दिन के पीरियड्स लीव की शुरुआत की थी.
- बायजू (BYJU'S) ने भी साल 2021 में हर महीने एक मासिक धर्म अवकाश देने की शुरुआत की थी.
- एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने साल 2023 में पीरियड्स लीव पॉलिसी लागू की. इसके तहत महिला कर्मचारियों को एक दिन की लीव मिलती है.
- सीके बिड़ला ग्रुप की यूनिट ओरिएंट इलेक्ट्रिक ने पीरियड्स लीव की पॉलिसी दिसंबर 2022 में लागू की थी.
भारत में भी पीरियड्स लीव पॉलिसी पर काफी ध्यान दिया जा रहा है. ओडिशा ऐसा चौथा राज्य है, जो सरकारी और प्राइवेट, दोनों ही सेक्टर में काम करने वाली महिला कर्मचारियों को एक दिन का मासिक धर्म अवकाश देता है. ओडिशा में ये पॉलिसी साल अगस्त 2024 में लागू हुई. अब कर्नाटक में भी इससे जुड़े विधेयक पर विचार चल रहा है, जिसमें सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टरों में हर साल छह दिन की पीरियड्स लीव और इससे जुड़े फ्री हेल्थ प्रॉडक्ट्स देने का प्रस्ताव है.

भारत के कौन-कौन से राज्य पीरियड्स लीव देते है?
- बिहार में यह पॉलिसी साल 1992 में बनाई गई थी, जिसके तहत महिला कर्मचारियों को दो दिन की पीरियड्स लीव मिलती है.
- केरल ने ये पॉलिसी साल 2023 में शुरू की, जिसके तहत सभी यूनिवर्सिटी और संस्थानों में छात्राओं को पीरियड्स लीव दी जाती है.
- सिक्किम में ये पॉलिसी साल 2024 में शुरू हुई, यहां पर सरकारी महिला कर्मचारियों के लिए पीरियड्स लीव का प्रावधान है.
- ओडिशा ने अगस्त 2024 में सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं के लिए एक दिन की पीरियड्स लीव देने की पॉलिसी लागू की.

विदेशों में मिलती है कितने दिन की पीरियड्स लीव ?
एशिया, यूरोप के ऐसे बहुत से देश है, जो अपनी महिला कर्मचारियों के मुश्किल दिनों की परेशानी को समझते हुए उनको मासिक धर्म अवकाश देते हैं. किसी देश में 1 दिन तो कहीं पर दो या तीन दिन की पीरियड्स लीव का प्रावधान है. जापान में महिला कर्मचारियों को साल 1947 से मासिक धर्म अवकाश मिल रहा है. वहीं दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, जाम्बिया, स्पेन, वियतनाम समेत तमाम देश अपनी महिला कर्मचारियों को पीरियड्स लीव दे रहे हैं.
देश | पीरियड्स लीव |
चीन | महीने में 2 दिन |
इंडोनेशिया | महीने में 2 दिन |
फिलीपींस | महीने में 2 दिन |
वियतनाम | महीने में 3 दिन |
स्पेन | अमलिमिटेड |
दक्षिण कोरिया | महीने में 1 दिन |
ताइवान | साल में 3 दिन |
जाम्बिया | महीने में 1 दिन |
L&T की इन महिला वर्कर्स को मिलेगा मासिक धर्म अवकाश
बात अगर भारत की मल्टीनेशनल कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) की करें तो पीरियड्स लीव की सुविधा सिर्फ़ कंपनी की मैन्यूफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सेक्टर से जुड़ी महिला कर्मचारियों को ही मिलेगी. L&T के दूसरे सभी वर्टिकल में काम करने वाली महिलाओं को ये सुविधा नहीं दी जाएगी. बता दें कि कंपनी में कुल 60 हजार कर्मचारी हैं, जिनमें 5,000 यानी कि 9 प्रतिशत महिलाएं हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं