तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ('केटीआर') ने आज "मूर्खतापूर्ण ट्रोल्स" पर करारा जवाब दिया. दरअसल सोशल मीडिया पर सक्रिय ट्रोल्स केटीआर पर हैदराबाद में हाल ही में हुए बलात्कार के मामलों में निष्क्रियता का आरोप लगा रहे हैं. ट्रोल्स की यह प्रतिक्रिया तब आई जब केटीआर ने गुजरात के बिलकिस बानो बलात्कार और हत्या मामले में 11 दोषियों की रिहाई की आलोचना की थी.
उन्होंने ट्वीट किया, हैदराबाद मामले के आरोपियों को "तेजी से गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया." उन्होंने कहा, "45 दिनों के बाद, उच्च न्यायालय ने उन्हें जमानत दे दी थी. जुबली हिल्स मामले में किशोर न्याय अधिनियम, आईपीसी और सीआरपीसी में खामियों के कारण बलात्कारी जमानत पर छूट गए हैं."
बिलकिस बानो मामले में अपने रुख पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "इसीलिए मैं मांग कर रहा हूं कि इन कानूनों में संशोधन किया जाए ताकि किसी भी बलात्कारी को जमानत न मिले और दोषी ठहराए जाने पर वह मौत तक जेल में रहे."
To the silly trolls who indulge in whataboutery & question what #Telangana Govt did in recent rape case in Hyderabad
— KTR (@KTRTRS) August 19, 2022
The Rapists were arrested swiftly & sent to jail. After 45 days, the High Court had granted them Bail
We will fight on till these rapists get punished as per law
इससे पहले, उन्होंने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो के सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के लिए उम्रकैद की सजा पाए 11 लोगों की रिहाई की आलोचना की थी. केटीआर ने ट्वीट किया था, "यह हमारे देश की सामूहिक अंतरात्मा पर धब्बा है." विशेष रूप से दोषियों का मिठाई और माला से स्वागत किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था.
उन्होंने लिखा, "आज जो बिलकिस बानो के साथ हुआ वह कल हम में से किसी के साथ भी हो सकता है."
गुजरात सरकार ने कहा है कि दोषियों को एक नीति के तहत रिहा किया गया है. ये दोषी साल 2008 में उनकी सजा के बाद से जेल में.
This is a Blot on the Collective Conscience of our Nation
— KTR (@KTRTRS) August 18, 2022
Rapists being garlanded & treated like war heroes or freedom fighters!!!
Remember, what happened to #BilkisBano today can happen to anyone of us tomorrow
Speak up India ???????? pic.twitter.com/KwvU4vufMe
जहां तक हैदराबाद के जुबली हिल्स में करीब दो महीने पहले एक 17 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार के मामले की बात है, तो छह में से पांच आरोपी 18 साल से कम उम्र के हैं. इश वजह से उन पर अपेक्षाकृत कम सख्त कानून लागू होते हैं. उन्हें पिछले महीने जमानत मिली थी।
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